डीएवी में आठवीं बार गूंजा एबीवीपी का डायनामाइट
-लगातार आठवीं बार डीएवी कॉलेज में गूंजा डायनामाइट
-कॉलेज में एबीवीपी ने लहराया परचम, रचा इतिहास -एबीवीपी किले को भेदने में नाकामयाब रही एनएसयूआई DEHRADUN : डीएवी पीजी कॉलेज के यूनियन इलेक्शन में एबीवीपी ने इस बार भी अपना परचम लहरा दिया। इलेक्शन के दौरान सभी पदों के लिए कुल ख्क्.7क् परसेंट वोटर्स ने ही वोट किया था। वोटिंग 8 पदों के लिए की गई। मंडे को ईवनिंग में रिजल्ट के बाद कैंडिडेट्स ने अपनी जीत की खुशी रंग अबीर गुलाल के बीच एक दूसरे को मिठाई खिलाकर मनाई। एबीवीपी कैंडिडेट पारस गोयल ने एनएसयूआई कैंडिडेट नवदीप नेगी को क्77भ् रिकॉर्ड वोट्स के अंतर से मात दी। ब्0क्भ् वोटर्स ने ही किया वेटछात्र संघ के सात पदों के लिए ख्क् कैंडिडेट्स वोट्स के लिए मैदान में थे। जिनके लिए कुल क्7,म्7ब् वोटर्स को वोट करना था लेकिन इनमें से केवल ब्0क्भ् वोटर्स ने ही वोट किया था। सैटरडे को वोटिंग के बाद मंडे को काउंटिंग मॉर्निग करीब क्0 बजे से स्टार्ट हुई। काउंटिंग क्भ् टेबल्स पर कराई गई।
काउंटिंग में भी गुरुजी लेटकाउंटिंग मॉर्निग में नौ बजे से स्टार्ट होनी भी लेकिन सैटरडे की तरह मंडे को काउंटिंग भी देर से ही स्टार्ट हुई। काउंटिंग करीब एक घंटा दस मिनट देरी से शुरू हुई। वजह वहीं पुरानी। वोटिंग के बाद काउंटिंग में भी कॉलेज का कुछ स्टाफ देरी से पहुंचा। हालांकि चीफ इलेक्शन ऑफिसर और कॉलेज प्रिंसिपल देरी के मामले में व्यवस्थाओं का हवाला देते ही नजर आए। काउंटिंग के बाद ईवनिंग में रिजल्ट घोषित किए गए। रिजल्ट को कॉलेज के बैडमिंटन हॉल में चीफ इलेक्शन ऑफिसर डा। आरके पाठक ने घोषित किया। इस मौके पर काफी संख्या में स्टूडेंट्स भी मतगणना स्थल पर मौजूद रहे।
एबीवीपी की रिकॉर्ड जीतडीएवी के इतिहास में इतनी कम वोटिंग परसेंटेज होने के बाद भी एबीवीपी की अब तक सबसे अधिक वोटों के अंतर की जीत का रिकॉर्ड है। इस साल पिछले कई सालों की तुलना में सबसे कम वोटिंग हुई थी। कम वोटिंग होने से इलेक्शन के समीकरण बिगड़ने की संभावनाएं भी जताई जा रही थी, लेकिन एबीवीपी ने लगातार आठवीं बार डीएवी पीजी कॉलेज में जीत का झंडा लहराते हुए सबसे ज्यादा वोटिंग परसेंटेज के अंतर से जीत दर्ज करने का रिकॉर्ड भी कायम कर दिया है। इससे पहले साल ख्007 में जीतेंद्र रावत 'मोनी' की क्8म्ब् वोट्स के अंतर की जीत का रिकॉर्ड था, लेकिन इस बार के वोटिंग परसेंटेज की तुलना में साल ख्0क्ब् की जीत संगठन के लिए जीत का नया रिकॉर्ड कायम कर गई।
नारी शक्ति का रहा जलवा अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) ने यहां लगातार आठवीं बार प्रेसीडेंट पद पर कब्जा जमाया। एनएसयूआई इस बार भी एबीवीपी के किले को भेदने में नाकाम रही। आर्यन ग्रुप ने सेक्रेट्री पद पर लगातार दूसरी बार जीत दर्ज की। पिछले आठ सालों में संगठन की यह सातवीं जीत है। सेक्रेट्री पद पर लगातार दूसरी बार आर्यन ग्रुप का कब्जा हुआ है। आर्यन ग्रुप के कैंडिडेट जगबीर सिंह ने सत्यम शिवम ग्रुप के संदीप शर्मा को भ्00 वोट के अंतर से हराया। वाइस प्रेसीडेंट पद पर इंडीपेंडेंट कैंडिडेट बालम सिंह विनर रहे। चुनाव में फिर एक बार नारी शक्ति का वर्चस्व दिखाई पड़ा है। ज्वॉइंट सेक्रेट्री, ट्रेजरार और यूनिवर्सिटी रिप्रेजेंटेटिव पद पर गर्ल्स ने जीत दर्ज की। ज्वॉइंट सेक्रेट्री पद पर वंदना गुसाईं ने अपने प्रतिद्वंद्वी सागर को ब्म्9 वोट से मात दी। ट्रेजरार पद पर अनीता नेगी ने प्रशांत रतूड़ी को क्ख्म्8 वोट से हराया। यूआर पर पर मोनिका ने शिवांग उनियाल को ख्ख् वोट के कम अंतर से हराया। ------------------ एक पद पर निर्विरोध हुआ चुनाववोटिंग सात पदों लिए होनी थी, लेकिन अंडर ग्रेजुएट रिप्रेजेंटेटिव (साइंस) पद पर केवल एक ही कैंडिडेट का नॉमिनेशन हुआ था, जिस वजह से इस पर चुनाव नहीं हुआ। यूजीआर पद पर आदित्य सिल्सवाल को निर्विरोध ही यूजीआर (साइंस) पद पर चुना गया। इसके अलावा यूजीआर (आर्ट्स), यूजीआर (कॉमर्स), यूजीआर , यूजीआर (प्रोफेशनल) और पीजीआर के लिए इस बार कोई नॉमिनेशन ही नहीं हुआ था।
------------------- जीत और हार दोनों में नम हुई आंखे इंडीपेंडेंट कैंडिडेट मोनिका ने यूनिवर्सिटी रिप्रेजेंटेटिव पद पर जीत दर्ज करते हुए सभी कैंडिडेट्स को तगड़ा झटका दिया। जीत के जश्न में मोनिका अपने सपोर्टर्स के बीच भीगी पलकों से खुशी जाहिर करती नजर आई। इसी बीच वाइस प्रेसीडेंट पद की उम्मीदवार सुष्मा चौहान दूसरे नंबर पर रही। हर कोशिश और जीत की उम्मीद के टूटने का दुख सुष्मा के आंखों में छलक पड़ा। हालांकि वह अपनी हार को लेकर निराश नहीं दिखाई दी। सुष्मा का कहना है कि जिंदगी में हार और जीत दोनों ही कुछ सबक देते हैं। इसे समझना ही सफलता की पहली सीढ़ी है। ----------- सीसीटीवी की नजर में रहा चुनावकॉलेज में मंडे को हुई काउटिंग का पूरा प्रॉसेस सीसीटीवी की निगरानी में संपन्न हुआ। कॉलेज में क्भ् टेबल्स की निगरानी के लिए क्ख् कैमरे लगाए थे। जिनके लिए दो कंट्रोल रूम भी बनाए गए थे। चुनाव के मीडिया प्रभारी डा। रवि दीक्षित ने बताया कि सभी कैमरे लगातार काउंटिंग पर नजर रखे हुए थे। बैडमिंटन हॉल में 8 और साइड गैलरी में चार कैमरे लगाए गए थे, जिसके लिए दो जगह स्क्रीन भी लगाई गई थी। जहां से काउंटिंग का पूरा प्रॉसेस मॉनिटर किया जा रहा था।
---------- ये रहे विनर्स पद विनर वोट प्रतिद्वंदी वोट प्रेसीडेंट पारस गोयल ख्87फ् नवदीप नेगी क्098 वाइस प्रेसीडेंट बालम सिंह क्म्7क् सुष्मा चौहान 9भ्फ् सेक्रेट्री जगबीर सिंह क्भ्8क् संदीप शर्मा क्08क् ज्वांइट सेक्रेट्री वंदना गुसाई ख्क्म्भ् सागर क्म्9म् ट्रेजरार अनीता नेगी ख्भ्म्8 प्रशांत रतूड़ी क्फ्00 यूनिवर्सिटी रिप्रेजेंटेटिव मोनिका क्क्क्क् शिवांग उनियाल क्089 व्यवस्थाओं को सुधारना रहेगा लक्ष्य फैकल्टीज की कमी बिल्डिंग की मरम्मत और लाइब्रेरी को लेटेस्ट बुक्स से लैस करना मेरी प्रॉयोरिटी में सबसे ऊपर होगा। मुझे जो जिम्मेदारी कॉलेज की स्टूडेंट्स ने दी है उस पर पूरी तरह से खरा उतरने के लिए कोई कसर नही छोड़ूंगा। -पारस गोयल, प्रेसीडेंट कॉलेज में ओवर ऑल डेवलपमेंट आर्यन ग्रुप का लक्ष्य रहा है। स्टूडेंट्स को स्पोर्ट्स, कंप्यूटर, पानी ओर एजूकेशनल एनवॉयरमेंट मिल सके इसके प्रयास लगातार करता रहूंगा। - जगबीर सिंह, सेक्रेट्री कॉलेज में क्लासरूम्स में फैन नही है। इसके अलावा टीचर्स की कमी भी है कमी को जल्द से जल्द पूरा करना मेरी प्रॉयोरिटी रहेगी। मैं खुद एक स्टूडेंट्स हूं इस लिए इस समस्या को करीब से समझ सकती हूं। -वंदना गुसाई, ज्वॉइंट सेक्रेट्री कॉलेज में मेरी सबसे पहली प्रॉयोरिटी होगी क्लासरूम्स में बैचिंस का अरेंजमेंट इसके अलावा एडमिशन के दौरान स्टूडेंट्स को होने वाली प्रॉब्लम्स को भी प्रमुखता से हल करना मेरा लक्ष्य होगा। लार्स्ट ईयर वाइस प्रेसीडेंट की जिम्मेदारी दी थी अब यूआर की जिम्मेदारी दी है इसे भी पूरी निष्ठा से निभाऊंगी। -मोनिका, यूनिवर्सिटी रिपे्रजेंटेटिव