GORAKHPUR : स्कूलों में एडमिशन का दौर शुरू हो चुका है अब जब एडमिशन होगा तो बच्चों का बर्थ सर्टिफिकेट भी लगेगा. जिनके पास बर्थ सर्टिफिकेट हैं उन्हें तो कोई दिक्कत नहीं है लेकिन जिनके पास नहीं है वे जीएमसी के चक्कर लगा रहे हैं. पैरेंट्स की इसी मजबूरी का फायदा उठाकर जीएमसी में बैठे दलाल उनकी जेब पर डाका डाल रहे हैं. जो सर्टिफिकेट मात्र 20 रुपए में बनता है उसके लिए उनसे 250 रुपए से लेकर 1000 रुपए तक वसूले जा रहे हैं और यह सब हो रहा है जीएमसी के जिम्मेदारों की शह पर. ऐसी कई शिकायतें आई नेक्स्ट को सिटी के कई पैरेंट्स की तरफ से मिलीं. मामले की सच्चाई जानने के लिए जब आईनेक्स्ट टीम ने इसकी इंवेस्टिगेशन की तो जीएमसी जन्म एवं मृत्यु प्रमाण पत्र डिपार्टमेंट की पोल खुल गई और दलाल खुलेआम वसूली करते आई नेक्स्ट के कैमरे में धरे गए. ऐसे में सवाल उठता है कि जीएमसी की नाक के नीचे चल रहे गोरखधंधे पर जीएमसी के जिम्मेदारों की नजर क्यों नहींजा रही है.

दोपहर के 12 बजे थे, दिन ट्यूजडे।
जैसे ही रिपोर्टर जीएमसी के जन्म और मृत्यु प्रमाण पत्र डिपार्टमेंट में पहुंचा तो उसकी मुलाकात जूनियर क्लर्क संत कुमार से हुई। रिपोर्टर ने जब बर्थ सर्टिफिकेट की बात कही तो उसने फॉर्म भरने को कहा। जैसे ही रिपोर्टर फॉर्म लेकर ऑफिस के बाहर निकला, वैसे ही सोनू नाम के एक शख्स ने रिपोर्टर को अपने पास बुला लिया। इसके बाद सोनू ने जो रिपोर्टर को बताया, वह  चौंकाने वाला था। यह बताने के लिए काफी था कि जीएमसी में यह गोलमाल काफी समय से चल रहा है और ऊपर तक इसकी जानकारी है।

एक दिन में 200-300 बर्थ सर्टिफिकेट

जीएमसी में डेली 200 से 300 बर्थ सर्टिफिकेट की एप्लीकेशन आती है। इसके एवज में दलाल प्रत्येक एप्लिकेंट्स से 250-1000 रुपए तक की डिमांड करते हैं। यह रकम एप्लीकेेंट्स की जरूरत पर निर्भर करती है। हैरत है कि यह वसूली जन्म एवं मृत्यु प्रमाण पत्र डिपार्टमेंट के क्र्लक अपने प्राइवेट दलालों से करवाते हैं। अगर किसी ने रुपए देने में आनाकानी की तो उसे गाली गलौज तक की जाती है।
यहां तो खुद ही बना दिए जाते हैं नियम
बर्थ और डेथ सर्टिफिकेट बनाए जाने वाले नियमों की बात करें तो अलग-अलग केस में अलग नियम हैं, बस एप्लिकेंट्स को उन नियमों का पालन करना होता है, लेकिन जीएमसी का जन्म एवं मृत्यु प्रमाण पत्र डिपार्टमेंट सारे नियमों को ताख पर रखते हुए खुद अपना नियम बना देता है। न तो प्रॉपर एफिडेविट लिए जाते हैं और न ही रिकॉर्ड के तौर इसे जीएमसी में सबमिट किया जाता है। अब ऐसे में सवाल यह उठता है कि अभी तक के बनाए गए जन्म और मृत्यु प्रमाण पत्र के कागजात जीएमसी के पास सुरक्षित है भी या नहीं?

क्या है नियम

अगर आपको 0 से 1 मंथ के बच्चे का बर्थ सर्टिफिकेट बनवाना है तो आपको हॉस्पिटल का सर्टिफिकेट जमा करना होगा। अगर बच्चे का जन्म घर में हुआ है तो फॉर्म में सिर्फ घर वाले आप्शन पर घर लिखना होगा। इन दोनों केस में एप्लिकेंट को मात्र बीस रुपए शुल्क जमा करना होगा। अगर बच्चे के जन्म को एक माह से ऊपर हो चुके हैं तो इसके लिए 10 रुपए के स्टांप पेपर पर नगर स्वास्थ्य अधिकारी के नाम पर एफिडेïिवट बनवाना होगा। वहीं एक साल से उपर के बच्चे के लिए सक्षम मजिस्ट्रेट से एफिडेविट बनवाना होगा, तभी जन्म प्रमाण पत्र बन सकेगा।
अगर बर्थ सर्टिफिकेट के नाम पर वसूली की जा रही है तो इसके विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी। रहा सवाल एफिडेविट का तो उसकी भी जांच कराई जाएगी।
-राजेश त्यागी,
नगर आयुक्त, जीएमसी
बर्थ सर्टिफिकेट के नाम पर अगर वसूली हो रही है तो यह गलत  है, इसके लिए मैं दोषियों पर कार्रवाई करूंगी। इसके अलावा मैं गार्जियन से यह भी अपील करती हूं, कि अगर बर्थ या फिर डेथ सर्टिफिकेट के नाम पर कोई भी एक्स्ट्रा रुपए की डिमांड करता है तो वह मुझसे सीधे शिकायत करें।
डॉ। सत्या पांडेय,
मेयर, जीएमसी
नेक्स्ट रिपोर्टर और दलाल के बीच हुई बातचीत के अंश -
दलाल- लाइए फॉर्म दीजिए।
रिपोर्टर - लीजिए।
दलाल - डिटेल्स बताइए?
रिपोर्टर - नोट कीजिए।
दलाल- पिताजी क्या करते हैं?
रिपोर्टर - प्राइवेट नौकरी।
दलाल - पत्नी क्या करती हैं?
रिपोर्टर - गृहिणी हैं।
दलाल -  कितने बच्चे हैं?
रिपोर्टर - एक।
दलाल- ठीक है।
रिपोर्टर - सिविल लाइंस में पब्लिक स्कूल है, वहीं एडमिशन में बर्थ सर्टिफिकेट की जरूरत है।
दलाल - जी
रिपोर्टर - कब तक मिल जाएगा?
दलाल - यह आपको 2 फरवरी तक मिल पाएगा।
रिपोर्टर - कितना जमा करना होगा?
दलाल - देखिए, बर्थ सर्टिफिकेट बनवाने के दो प्रक्रिया है, अगर अंदर से बनवाते हैं तो इसके लिए 30 रुपए लगेंगे। दूसरी कंडीशन में हम लोग मेहनत करते हैं, उसका अलग चार्ज देना पड़ता है।
रिपोर्टर - कितना देना पड़ेगा?
दलाल - आपको 250 रुपए देना पड़ेगा।
रिपोर्टर - लेकिन 31 जनवरी को ही मुझे बर्थ सर्टिफिकेट स्कूल में जमा करना है?
दलाल - देखिए दो फरवरी से पहले नहीं मिल पाएगा।
रिपोर्टर - कुछ कीजिए, ताकि जल्दी बन जाए।
दलाल- देखिए, आपको जुगाड़ से ही बनवाना पड़ेगा।
रिपोर्टर - कितना, 250 रुपए ही देना होगा?
दलाल - नहीं आपको चार देना पड़ेगा।
रिपोर्टर - कितना चार सौ?
दलाल - हां,
रिपोर्टर - पैसा कब जमा करना होगा?
दलाल- तुरंत जमा करना होगा।
रिपोर्टर - ठीक है, फॉर्म और पैसा दोनों ही जमा कर देंगे।
दलाल - हां।
रिपोर्टर - अच्छा, आपके यहां कोई संत कुमार हैं, वह भी बर्थ सर्टिफिकेट बनाते हैं।
दलाल- हां, हैं। लेकिन उनसे कोई मतलब नहीं है। जांच मैं ही करता हूं।
रिपोर्टर - तो फिर मुझे रुपए और फॉर्म उन्हें नहींजमा करने होंगे क्या?
दलाल- नहीं, आप मुझे दीजिएगा और 31 को आ जाइएगा। आपको सर्टिफिकेट मिल जाएगा।
नोट - रिपोर्टर और दलाल के बीच हुई बातचीत की रिकार्डिंग और फोटो आईनेक्स्ट के पास है।

 

report by : amarendra.pandey@inext.co.in

Posted By: Inextlive