भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष राजनाथ सिंह के बयान को अभी शायद दो घंटे भी नहीं हुए होंगे कि पार्टी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी ने साफ़ कर दिया है कि वो गुजरात के गाँधीनगर से चुनाव लडेंगे. पहले उनके मध्य प्रदेश के भोपाल से खड़े होने की बात कही जा रही थी.


राजनाथ सिंह ने मीडिया से बातचीत में कहा था कि आडवाणी जहां से चुनाव लड़ना चाहे वहां से लड़ सकते हैं. उनका कहना था, "यह उनकी मर्ज़ी है कि वो कहाँ से चुनाव लड़ना चाहते हैं."उन्होंने कहा, "मैंने यह विकल्प आडवाणी जी पर छोड़ दिया है कि वो गाँधीनगर या भोपाल में से किस सीट से चुनाव लड़ना चाहते हैं."बुधवार को भाजपा ने आडवाणी के गुजरात के गाँधीनगर से चुनाव लड़ने की घोषणा की थी.समाचार एजेंसी पीटीआई के अनुसार भाजपा नेता नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को आडवाणी से उनके निवास पर तक़रीबन आधे घंटे की मुलाकात की.आडवाणी का बयानपार्टी के केंद्रीय मीडिया सेल ने एलके आडवाणी की तरफ़ से बयान जारी किया है.


बयान में कहा गया है कि "मैं गांधीनगर से लोकसभा और राज्य सभा दोनों में गया हूं. मैं यहां से साल 1991 से चुनाव लड़ रहा हूं. इसलिए मैंने फ़ैसला किया है कि मैं 2014 लोकसभा चुनाव भी यहीं से लड़ूंगा."उन्होंने मध्य प्रदेश के पार्टी नेताओं का शुक्रिया अदा किया है.

पहले पार्टी के सीनियर नेता और प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार के बीच तनाव की ख़बरे आती रही हैं. कहा ये भी जा रहा था कि आडवाणी अपने नाम का एलान पहले की लिस्ट में न किए जाने से नाख़ुश थे.

इस सवाल पर कि लोकसभा टिकट को लेकर पार्टी में खींचतान हो रही है राजनाथ सिंह ने कहा था कि ये बातें "पूरी तरह से काल्पनिक है."गुरुवार को आडवाणी से भाजपा के अरुण जेटली, वेंकैया नायडू और सुषमा स्वराज भी मिले.बुधवार को आडवाणी को गाँधीनगर से लोकसभा प्रत्याशी बनाए जाने के बाद सुषमा स्वराज और पार्टी के पूर्व अध्यक्ष नितिन गडकरी ने उनसे मुलाकात की थी.आडवाणी गाँधीनगर से पाँच बार सांसद रह चुके हैं.

Posted By: Subhesh Sharma