देखिए मुझे तो लगता है कि इस लीग में अब हर मुक़ाबले का परिणाम ऐसा ही आने वाला है. कोई भी मैच आसान साबित होने वाला नहीं है. दुनिया भर के सभी टॉप बैडमिंटन खिलाड़ी यहां खेल रहे हैं.


यह कहना है भारत की स्टार बैडमिंटन खिलाड़ी साइना नेहवाल का, जो इस बात से खुश हैं कि उन्होंने 'हैदराबाद हॉटशॉट्स' के लिए खेलते हुए विश्व चैंपियनशिप में कांस्य पदक जीतने वाली पीवी सिंधु को मात दी जो 'लखनऊ वॉरियर्स' की आइकन खिलाड़ी हैं.इस मुक़ाबले में 'हैदराबाद हॉटशॉट्स' ने 'लखनऊ वॉरियर्स' को 3-2 से मात दी.मुश्किल मुक़ाबलेआईबीएल में हो रहे दमदार मुकबलों में जीत के लिए खिलाड़ियों को एड़ी-चोटी का ज़ोर लगाना पड़ रहा है और अभी तक दर्शकों का समर्थन भी इस लीग को मिला है.दिल्ली में 14 अगस्त को इस  बैडमिंटन लीग का उद्घाटन हुआ. 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस होने के बावजूद क़रीब तीन साढ़े तीन हज़ार दर्शक सिरी फोर्ट स्टेडियम में मौजूद थे.इन दर्शकों का उत्साह तब देखने लायक था जब साइना नेहवाल और  पीवी सिंधु महिला एकल मैच में आमने-सामने हुईं.


वैसे किसी भी मैच में आमने-सामने होने का यह दोनों खिलाड़ियों के लिए पहला अवसर था.दिल्ली स्मैशर्स की आइकन खिलाड़ी ज्वाला गुट्टा चोट की वजह से अभी तक एक भी मैच नहीं खेल सकी हैं.अभी तो हालत यह हो गई है कि शनिवार को 'दिल्ली स्मैशर्स' की आइकन खिलाड़ी  ज्वाला गुट्टा हैदराबाद के खिलाफ कोर्ट पर ही नहीं उतरीं.

दूसरी तरफ कुछ और खिलाड़ी भी चोटिल हैं जिनमें पिछले दिनों विश्व चैपियनशिप के फाइनल में पहुंचने वाले दुनिया के नम्बर एक खिलाड़ी मलेशिया के ली चोंग वेई भी शामिल हैं.ली इस बैडमिंटन लीग के सबसे महंगे खिलाड़ी भी हैं, जिन्हें 1,35,000 अमरीकी डॉलर में मुंबई मास्टर्स ने खरीदा था, यानी खेल शुरू होने से पहले ही उनका खेल खत्म जो अभी तक इस लीग में नहीं खेले हैं.वैसे अभी तक आम लोगों की मौजूदगी से तो खिलाड़ी और कोच खुश हैं जिनमें भारत के कोच और पूर्व आल इंग्लैंड चैंपियन पी गोपीचंद भी शामिल हैं. उनका कहना है कि वह अत्यंत उत्साहित हैं.अब देखना सिर्फ इतना है कि कुछ खिलाड़ियों को कम पैसे मिलने पर मचे हो-हल्ले के बाद बिना किसी दूसरे विवाद के बाद आखिरकार भारत में क्रिकेट और हॉकी के बाद बैडमिंटन की चिड़िया ने भी जब उड़ान भर ही ली है तो क्या पी कश्यप, साइना नेहवाल, पीवी सिंधु, ली चोंग वेई, ज्वाला गुट्टा और कुछ दूसरे नाम के सहारे इसमें इसके समर्थकों का चहचहाना भी क्या फाइनल तक जारी रहेगा.

Posted By: Satyendra Kumar Singh