बारिश संग बर्फीली हवाओं ने उड़ाये होश
-आसपास के क्षेत्रों में दूसरे दिन भी रुक-रुक कर हुई बारिश
-बेघर और गरीब लोग ठंड दूर भगाने को अलाव से चिपके रहे -रविवार छुट्टी के बावजूद प्रमुख बाजारों में सन्नाटा पसरा रहा HARIDWAR (JNN) : शहर और आसपास के क्षेत्रों में दूसरे दिन भी रुक-रुक कर बारिश होती रही। सर्द हवाएं भी होश उड़ाती रहीं। ठिठुरन से बचने को लोग घरों में कैद रहे। बेघर और गरीब ठंड दूर भगाने को अलाव से चिपके रहे। रविवार की छुट्टी के बावजूद प्रमुख बाजारों में सन्नाटा पसरा रहा। रविवार को अधिकतम तापमान 17.0 और न्यूनतम 6.0 डिग्री सेल्सियस रहा। बदल रहा मौसम का मिजाजसैटरडे अर्ली मॉर्निग से धर्मनगरी के मौसम का मिजाज बदला है। रुक-रुक कर हो रही बारिश थमने का नाम नहीं ले रही। कड़ाके की ठंड के बीच बारिश ने खासोआम की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। रविवार को भी पूरे दिन बर्फीली हवा लोगों को परेशान करती रही। ठंड से बचने को घरों में कैद रहे। हीटर और अलाव जलाकर ठंड दूर भगाते देखे गये। रविवार अवकाश के बावजूद बाजारों में भी सन्नाटा पसरा रहा। इधर 13.8 एमएम बारिश से शहर के निचले इलाकों समेत खेतों में पानी भर गया। सड़कों पर कीचड़ और फिसलन भी मुश्किलें बढ़ाती रही। रविवार को धर्मनगरी का अधिकतम तापमान 17.0 डिग्री और न्यूनतम 6.0 डिग्री सेल्सियस रहा।
ट्रेन घंटों विलंब से पहुंची उत्तर भारत में पड़ रही कड़ाके की ठंड और कोहरे के चलते ट्रेनों की रफ्तार पर भी ब्रेक लगा है। लंबी दूरी की ट्रेन घंटों विलंब से पहुंच रही हैं। गाड़ी संख्या 14265 अप वाराणसी-दून जनता एक्सप्रेस रविवार को साढ़े पांच घंटे विलंब से पहुंची। यह ट्रेन सुबह पौने चार बजे पहुंचती है। 13009 हावड़ा-देहरादून दून एक्सप्रेस चार घंटे की देरी से सुबह पौने नौ बजे पहुंची। इस ट्रेन के हरिद्वार पहुंचने का समय सुबह 4.35 निर्धारित है। नई दिल्ली-दून शताब्दी एक्सप्रेस, अहमदाबाद मेल, लिंक आदि भी विलंब से पहुंची। एसएस एमके सिंह ने बताया कि कोहरे के चलते ट्रेनों के संचालन पर असर पड़ा है। ---तापमान एक नजर--- तिथि अधिकतम न्यूनतम 14 17.0 6.0 13 17.4 8.4 12 23.0 4.011 23.4 2.0
10 22.2 2.9 9 22.2 6.3 8 22.8 5.5 नोट: तिथि दिसंबर में,तापमान डिग्री सेल्सियस में ---------------- कालसी चकराता मोटर मार्ग 9 घंटे रहा बंदSAHIYA (JNN) : बारिश के कारण हर बार की तरह इस बार भी जौनसार बावर की लाइफ लाइन कहलाने वाले कालसी चकराता मोटर मार्ग पर मलबा आने से मार्ग की धड़कने बंद हो गयी। करीब नौ घंटे तक मार्ग बंद रहने के कारण किसान अपनी नगदी फसलें बाजार तक नहीं पहुंचा पाए। छुटटी के कारण बाहर से चकराता घूमने आने वाले पर्यटकों को भी परेशानी का सामना करना पड़ा। शनिवार को सुबह से ही जौनसार बावर व पछवादून क्षेत्र में धुंआधार बारिश होती रही, जिस कारण चकराता की ऊंची पहाडि़यां बर्फ से ढकने से बागवानों व किसानों के चेहरे खिल उठे, पूरे दिन बारिश के चलते रात में क्ख् बजे के करीब कालसी चकराता मोटर मार्ग पर दरके पहाड़ का मलबा आने से जजरेड पुल व ककाड़ी खडड के पास मार्ग अवरूद्ध हो गया। रविवार सुबह आठ बजे के करीब मलबा हटने पर यातायात सुचारू हो पाया।
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