स्कूल बस की फिटनेस नहीं हुई तो होगी सीज
छात्र-छात्राओं के हित में आरटीओ विभाग चलाएगा स्कूल वाहनों के विरुद्ध चैकिंग अभियान
- अधिकांश स्कूल संचालकों के पास नहीं है स्कूली वाहन आगरा. स्कूल खुलने में अभी टाइम है. इसके पहले आरटीओ ने फरमान जारी कर दिया है. स्कूली छात्र-छात्राएं स्कूल और स्कूल से घर सुरक्षित पहुंच, इसके लिए स्कूली वाहनों में फिटनेस से लेकर अन्य मानक पूरा कर लें. ताकि बच्चों को किसी प्रकार की कोई परेशानी न हो सके. मानकों की अनदेखी करने वाले स्कूली वाहन स्वामियों को मुसीबत का सामना करना पड़ सकता है. आरटीओ ने समय रहते पहले ही ऐसे वाहन स्वामियों को चेतावनी दे दी है. ताकि कोई बहानेबाजी न कर सके. पंजीकरण कराना है आवश्यकअगर आपकी बस या फिर वैन स्कूल से अटैच है, तो आपको आरटीओ ऑफिस में रजिस्ट्रेशन कराना होगा. अगर आप ऐसा नहीं कराते हैं तो गलत है. आरटीओ डीके सिंह ने बताया कि सभी स्कूल वाहनों की फिटनेस आवश्यक है. इसके लिए वे समय से वाहनों की फिटनेस करा लें.
करीब चार हजार वाहन हैं संचालितजिले भर के स्कूलों में करीब साढे़ चार हजार संचालित हैं. जबकि स्कूल और स्कूलों से अटैच वाहनों का रजिस्ट्रेशन करीब सात सौ हैं. शेष वाहन अवैध रूप से संचालित हैं. ऐसे वाहनों के विरुद्ध आरटीओ जुलाई माह में अभियान चलाकर कार्रवाई करेंगे.
मिलती है छूट अगर आपका वाहन स्कूल के नाम है, तो वन टाइम टैक्स ही देना होता है. स्कूल से अटैच और स्कूल के नाम पर वाहन होने पर टैक्स में छूट मिलती है. ये हैं सुप्रीम कोर्ट की गाइडलाइन - स्कूल बस, बस के पीछे और सामने लिखा होना चाहिए. - किराए की बस है तो ऑन स्कूल ड्यूटी को स्पष्ट रूप से इंगित किया जाना चाहिए - बस में फर्स्ट-एड-बॉक्स होना चाहिए. - बस में फायर एक्सटिंग्यूशर होना चाहिए. - बस पर स्कूल का नाम और टेलीफोन नंबर लिखा होना चाहिए - बस में स्कूल अटेंडेंट होना चाहिए. स्कूल कैब को स्पीड गवर्नर के साथ अधिकतम 40 किलोमीटर प्रति घंटे की गति सीमा के साथ फिट होना चाहिए. - वाहन की फिटनेस होना आवश्यक है चलाया जाएगा अभियान स्कूल खुलने के साथ ही ऐसे वाहनों के विरुद्ध अभियान चलाकर कार्रवाई की जाएगी. वाहन स्वामियों के साथ ही संबंधित स्कूल संचालकों को भी इसके लिए जिम्मेदार माना चाएगा. आरटीओ की अपीलआरटीओ डीके सिंह ने स्कूल संचालकों से अपील की है कि वे अपने स्कूल से उन्हीं वाहनों को अटैच करें, जो मानकों को पूरा करते हों. ये बच्चों की जिंदगी का सवाल है. उनकी सुरक्षा से किसी प्रकार का समझौता नहीं करें.
वर्जन स्कूली छात्र-छात्राओं को ध्यान में रखते हुए, ऐसे वाहनों की चैकिंग कराई जाएगी, जो उन्हें स्कूल से घर और घर से स्कूल ले जाते हैं. - स्कूल वाहन के रूप में रजिस्टर्ड करीब 700 - संचालित हैं करीब 4500