पुलिस की चेकिंग से आगरा व्यापार हुआ ठप्प, मार्केट में आई गिरावट

व्यापारियों ने चुनाव तक व्यापार पर लगाया विराम

आगरा. लोकसभा चुनावों को लेकर इस समय आचार संहिता लगी हुई है. पुलिस जगह-जगह चेकिंग कर रही है. 50 हजार से अधिक की रकम यदि आप लेकर निकल रहे हैं तो मुसीबत में फंस सकते हैं. आपके ऊपर केस हो सकता है. इससे सबसे अधिक परेशान आगरा का व्यापारी है. 50 हजार की नगदी से ऊपर की रकम पर कागज रखने के नियम ने व्यापारियों के होश उड़ा रखे हैं. चूंकि कागजात हमेशा उनके पास नहीं रहते. व्यापारियों का कहना है कि चुनाव तक सभी हाथ पर हाथ रख कर बैठे हैं. व्यापार जमीन पर आ गया है.

उधारी का नहीं दिखा पाते रिकॉर्ड

व्यापारियों के मुताबिक हर बार नगदी का कागज उनके पास नहीं होता. व्यापारियों का माल पहले जाता है और भुगतान बाद में होता है. कई बार अलग-अलग लोगों ने फुटकर में रुपये जमा कर लाने पड़ते है. ऐसे में अगर चेकिंग में पकड़े जाएं तो पुलिस को कागज कहां से दिखा पायेंगे. चूंकि जहां से उधारी का रुपया लाया जाता है, वह वहीं पर अपनी रसीद पर साइन करा कर भुगतान की प्रक्रिया पूरी कर देता है. साथ में कोई कागज नहीं दिया जाता.

व्यापार पूरी तरह खराब हुआ

व्यापारियों के मुताबिक आचार संहिता लगने के बाद व्यापार पूरी तरह से खराब हो गया है. व्यापार 100 प्रतिशत से 10 प्रतिशत तक रह गया है. व्यापारी का काम रुपयों से ही होना है. रुपया लाना ले जाना पड़ता है, लेकिन 50 हजार तक का नियम व्यापार पर भारी पड़ रहा है. कैश के कागज हमेशा नहीं हो सकते. पुलिस कोई सुनवाई नहीं करती. अधिकारियों से इस बारे में बात की गई लेकिन अधिकारियों ने हाथ खड़े कर दिए.

नेता का रुपया कभी नहीं पकड़ा गया

व्यापारियों का कहना है कि चुनाव में रुपया इसलिए पकड़ा जाता है कि कहीं इसका यूज चुनाव को प्रभावित करने के लिए तो नहीं किया जाना है. लेकिन व्यापारी कभी चुनाव को प्रभावित नहीं करता. पुलिस को व्यापारियों के प्रति नरमी बरतनी चाहिए. जीएसटी में नियमानुसार 2 लाख कैश से माल खरीदा जा सकता है. बाहर से आने वाला व्यापारी शहर से माल खरीदता है, लेकिन वह दो लाख रुपये के कागज कहां से लाए. पुलिस जीएसटी के दो लाख के नियम को मानने को तैयार नहीं है.

एमएम गेट पुलिस ने पकड़ा 20 लाख कैश

थाना एमएम गेट पुलिस ने लेडी लॉयल के पास से स्कूटी सवार युवकों से 20 लाख रुपये बरामद किए हैं. इंस्पेक्टर शिव प्रकाश सोनकर के मुताबिक एक बिल्डर के कर्मचारी कैश लेकर जा रहे थे. कर्मचारियों के नाम विक्की गर्ग निवासी खंदारी व मोहम्मद संजू निवासी मदिया कटरा बताए गए हैं. थाना प्रभारी के मुताबिक दोनों स्कूटी से 20 लाख रुपये किनारी बाजार ले जा रहे थे. कैश थैले में था, जो स्कूटी के बीच में रखा हुआ था. बुधवार शाम चार बजे पुलिस ने चेकिंग के दौरान उन्हें पकड़ लिया. दोनों में से कोई भी कागज नहीं दिखा पाया. स्टेटिक टीम मौके पर पहुंच गई. टीम ने रुपया सीज कर दिया. इंस्पेक्टर के मुताबिक किनारी बाजार में युवकों को तीसरा युवक मिलता जो बताता कि रुपये कहां पहुंचाने हैं.

क्या कहते हैं व्यापारी

बहुत परेशानी आ रही है. बाहर से व्यापारी नहीं आ रहे हैं. आचार संहिता के चलते व्यापार पूरी तरह से ठप हो गया है. जिनका अकाउंट नहीं है, वे कागज कहां से लायेंगे. अधिकारियों से बात की, लेकिन कोई कुछ बोलने को तैयार नहीं है.

टीएन अग्रवाल, अध्यक्ष, आगरा व्यापार मंडल

पुलिस व्यापारियों के रुपयों की जब्ती कर रही है. किसी नेता का रुपया कभी नहीं पकड़ा गया. व्यापारी कभी चुनाव प्रभावित नहीं करता. पिछली बार ढाई लाख तक की छूट थी, लेकिन इस बार 50 हजार तक का नियम बना दिया गया. अधिकारियों को व्यापारी के प्रति नरमी बरतनी चाहिए.

गगन दास रामानी, महामंत्री आगरा व्यापार मंडल

इस समय शादियों का सीजन चल रहा है. व्यापारी थोड़ा बहुत तो कैश लेकर आता ही है, लेकिन आचार संहिता के चलते व्यापार खराब हो गया है. मात्र 10 प्रतिशत व्यापार रह गया है. छोटे कारखाने वाले अधिक परेशान हैं. अधिकारी किसी की बात नहीं मानते.

दिलीप खूबचंदानी, महामंत्री, आगरा शू फैक्टर फेडरेशन

Posted By: Vintee Sharma