शिया धर्मगुरु मौलाना कल्वे जव्वाद नकवी ने राम मंदिर विवाद को बताया सियासी

बुलंदशहर कांड पर सरकार की ठोंकी पीठ, कहा-अखलाक के कातिलों ने सुबोध का किया कत्ल

Meerut। विवादित जमीन पर मंदिर के प्रमाण मिल जाएं तो बेशक राम मंदिर बना लिया जाए। देश का एक भी मुसलमान विरोध में खड़ा नहीं होगा। राम मंदिर निर्माण के मुद्दे पर शिया धर्मगुरु मौलाना कल्वे जव्वाद नकवी ने अपना रुख स्पष्ट करते हुए कहा कि आपसी सहमति से मसला हल होता नजर नहीं आ रहा है ऐसे में सुप्रीम कोर्ट के फैसला का इंतजार मुनासिब होगा। उन्होंने बुलंदशहर कांड पर योगी सरकार की पीठ थपथपाते हुए कहा कि बुलंदशहर और आयोध्या में सरकार की सख्ती की वजह से शांति बहाल है।

सुप्रीम कोर्ट की माने सरकार

राम मंदिर मुद्दे पर चल रही धर्मसभाओं और सियासी चिकचिक के बीच देश का मुसलमान क्या चाहता है? इस पर रविवार को मेरठ आए शिया धर्मगुरु मौलाना कल्वे जव्वाद ने दैनिक जागरण आई नेक्स्ट के समक्ष स्पष्ट किया। मौलाना, जैदी सोसाइटी में सैय्यद हसन हैदर रिजवी की पहली बरसी पर मेरठ आए थे। यहां स्थित इमामबारगाह पंजेतनी में उन्होंने मजलिस को खिताब किया और बातचीत के दौरान देश के सियासी हालातों पर बेबाक बयान दिए। राम मंदिर मुद्दे पर उन्होंने कहा कि मंदिर के प्रमाण मिल जाएं तो हिंदू राम मंदिर बना लें, कोई विरोध करने नहीं जाएगा। हालांकि पुरातत्व विभाग की पूर्व में हुई जांचों के निष्कर्ष पर उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा कि यदि प्रमाण मिल गए होते तो हाईकोर्ट की मसले पर हक में फैसला दे देता। आपसी सुलह से मंदिर समस्या का हल निकलने की संभावनाओं पर मौलाना ने कहा कि पहले भी कई बार कोशिश हो चुकी है किंतु हल निकला नहीं। ऐसे में अब सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर ही सरकार को अगला कदम उठाना चाहिए।

अखलाक के कातिलों ने सुबोध को मारा

मौलाना कल्वे जव्वाद ने कहा कि नोएडा में हुए अखलाक के कातिलों ने ही जाबांज इंस्पेक्टर सुबोध सिंह की हत्या की है। क्योंकि इंस्पेक्टर इस केस की तफ्तीश कर चुके थे। इंस्पेक्टर सुबोध के पास कई ऐसे राज थे तो कोर्ट अखलाक की बेगुनाही साबित कर सकते थे। बुलंदशहर इत्जि्मा के ठीक बाद हुए घटनाक्रम में पुलिस की सक्रियता पर मौलाना ने योगी सरकार की तारीफ की, कहा कि वे भड़कावे में नहीं आए। और अयोध्या में भी भीड़ को कंट्रोल करके रखा। उन्होंने कहा कि सरकार ने बुलंदशहर में लाखों की भीड़ को बखूबी संभाला। किसी को खरोच तक नहीं आई और उससे भी ज्यादा संजीदगी से बुलंदशहर कांड को हैंडल किया। कहा कि-अगर सरकार चूक जाती तो बड़ी हिंसा फैल सकती थी।

पॉलिटिकल लोगों से बचे आवाम

मौलाना ने कहा कि आवाम संयम से काम लें, पॉलिटिकल लोग किसी के नहीं होते, वे सिर्फ कुर्सी के होते हैं। कुर्सी के रास्ते में यदि बाप आ जाए उसे भी कुचल देंगे, मजहब को कुचल देंगे। उनकी नजर में सिर्फ कुर्सी होती है। फिलहाल हिंदुओं और मुसलमानों को यह समझना चाहिए कि जो लोग कुर्सी के भूखे हैं वे आवाम के हमदर्द नहीं हो सकते हैं। हिंदू धर्मसभा पर योगी सरकार के रवैये के तारीफ करते हुए कल्वे जव्वाद ने कहा कि योगी धर्मसभा में दबाव में आने वाले नहीं है। आयोध्या में हुई धर्मसभा में भी सरकार का ध्यान कानून व्यवस्था बहाली पर था। तीन तलाक के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि इसे लेकर कुरान में एक कायदा दिया गया है। तीन तलाक कुरान के खिलाफ है। तीन तलाक के समर्थन के सवाल पर उन्होंने कहा कि 'हम चाहते हैं कि मौलाना ऐसा कानून बनाएं जिसे लोग मानें, सरकार को इस मसले में नहीं पड़ना चाहिए.'

पैसा कहां से लाए वसीम

शिया वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष वसीम रिजवी पर निशाना साधते हुए मौलाना ने कहा कि रिजवी मुसलमानों के विरोध में बोलते हैं इसलिए उन्हें धर्म से निकाल दिया गया है। उन्होंने कहा कि रिजवी ने वक्फ की जमीनों पर अवैध कब्जे करा दिए। जल्द ही पूरे देशभर में वक्फ की जमीनों की सुरक्षा के लिए एक बड़ा जलसा होगा। राम मंदिर पर फिल्म निर्माण के सवाल पर मौलाना ने कहा कि सरकार रिजवी ने पूछे के वे फिल्म बनाने के लिए करोड़ों रुपए कहां से लाए। इस दौरान उप निदेशक सूचना बजाहत रिजवी, अली हसन रिजवी, अरफाज हैदर, शकीह हैदर, हुसैन हैदर, अस्करी रजा आदि मौजूद थे।

Posted By: Inextlive