- एसजी पीजीआई में एडवांस थायरायड कैंसर का ट्रीटमेंट भी उपलब्ध

- सेकेंड इंडोक्राइन ट्यूमर समिट का आयोजन

LUCKNOW: थायरायड की बीमारी बहुत कॉमन है। लगभग 20 परसेंट महिलाओं और 5 परसेंट पुरुषों को इसकी समस्या है। 1 से 2 परसेंट प्रेगनेंट महिलाओं को भी इसकी समस्या होती है जिसके कारण गर्भपात, प्रीमेच्योर डिलीवरी, पेट में ही बच्चे का मन जाना जैसी गंभीर समस्याओं से लेकर समस्या गंभीर होने पर मरीज की मौत भी हो सकती है। इसका असर बच्चों की आई क्यू पर भी पड़ता है। इसलिए इसकी जांच और इलाज बहुत जरूरी है। यह जानकारी थर्सडे को एसजीपीआई के प्रो। सुशील गुप्ता और प्रो। अमित अग्रवाल ने दी।

अब संभव हैं एडवांस कैंसर का इलाज

संजय गांधी पीजीआई में अब एडवांस स्टेज में भी थायरायड कैंसर का ट्रीटमेंट संभव है। संजय गांधी पीजीआई अब ऐसा सेंटर बन गया है जहां पर एडवांस थायरायड कैंसर का मॉलीक्यूलर ट्रीटमेंट अवलेबल है। हालांकि यह तभी दिया जाता है जब अन्य सारे विकल्प बंद हो जाते हैं और कैंसर हड्डियों और लंग्स तक फैल जाता है। प्रो। अमित अग्रवाल ने बताया कि संजय गांधी पीजीआई में इंडोक्राइन मेडिसिन, इंडोक्राइन सर्जरी और न्यूक्लियर मेडिसिन विभाग मिलकर सर्जरी कर रहे हैं। यहां पर अब होने वाली थायरायड की सर्जरी अब स्कारलेस होती है। जिसमें गले में कोई छेद या चीरे का निशान नहीं दिखता.उन्होंने बताया कि अगर बच्चे की हाइट समय से नहीं बढ़ रही है तो थायरायड की जांच कराएं और समस्या होने पर दवा लें। कई बार बच्चों में जन्म से पहले ही घेंघा बन जाता है जिसे अल्ट्रासाउंड में देखा जा सकता है.डॉ। सुशील गुप्ता के अनुसार बुढ़ापे में मरीजों वजन कम होना, मांसपेशियों में कमजोरी, हार्ट फेल होना, हार्ट बीट कम होना जैसी समस्याएं होती है। साथ ही बच्चों में हार्ट फेल का खतरा रहता है। 20 से 45 साल की महिलाओं में इंफर्टिलिटी और पीरियड्स की अनियमितताएं होती हैं।

गिल्टी को न करें इग्नोर

प्रो। सुशील के अनुसार बहुत से मरीजों में घेंघा या सामान्य गिल्टी होती है। इसमें 20 से 30 परसेंट गिल्टी होती है जिसमें कैंसर की संभावना होती है। इसलिए तुरंत जांच कराएं और इलाज कराएं। अब ऐसी सुविधा भी उपलब्ध है कि गिल्टी की जांच से पता चल जाता है किसमें कैंसर डेवलप होगा। उसे ही सर्जरी की जानी चाहिए। क्योंकि यह काफी कांपलीकेटेड सर्जरी होती है।

ट्यूमर समिट में मिलेगी जानकारी

प्रो। सुशील व प्रो। अमित अग्रवाल ने बताया कि फ्राइडे से एसजीपीजीआई में सेकेंड इंडोक्राइन ट्यूमर समिट का आयोजन किया जा रहा है। 11 से 13 सितंबर तक चलने वाली समिट में व‌र्ल्ड के टाप के थायरायड का इलाज व सर्जरी करने वाले विशेषज्ञ यहां पर डॉक्टर्स को लेटेस्ट तकनीक व इलाज से रूबरू कराएंगे।

Posted By: Inextlive