patna@inext.co.in

PATNA: इंदिरा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान देश के 42 हाईटेक मेडिकल कॉलेज के साथ नेशनल नॉलेज नेटवर्क में शामिल हो गया है. इससे एक तरफ जहां मेडिकल एजुकेशन सिस्टम व‌र्ल्ड क्लास का होगा वहीं, इलाज में भी बड़ी राहत मिलेगी. अब गंभीर रोग में भी मरीजों का इलाज आसानी से हो जाएगा. कैंसर और अन्य जटिल रोगों का इलाज भी पटना में हो जाएगा.

बीमारियों को मात देंगे एक्सपर्ट

इंदिरा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान में नेशनल नॉलेज नेटवर्क के माध्यम से डॉक्टरों की एजुकेशन सिस्टम में बड़ा बदलाव आएगा. इस बदलाव से पटना में डॉक्टरों का स्पेशलाइजेशन अच्छा से हो जाएगा. इसमें जटिल रोगों के एक्सपर्ट को तैयार करने में बड़ा काम होगा. मेडिकल फील्ड से जुड़े लोगों का कहना है कि केंद्र सरकार की इस पहल ने चिकित्सा शिक्षा और चिकित्सा सेवा में बड़ी क्रांति लाने का संकेत दिया है.

तैयार होगी एक्सपर्ट डॉक्टरों की फौज

नेशनल नालेज नेटवर्क का मुख्य उद्देश्य एक्सपर्ट डॉक्टरों की फौज निकालना है. इसके लिए ही यह सिस्टम काफी मददगार साबित होगा. पहले डॉक्टर पढ़ाई करने के लिए दिल्ली व देश के अन्य बड़े शहरों में जाते थे लेकिन अब पटना से ही एक्सपर्टो की पूरी फौज निकालने की तैयारी है. मेडिकल सेक्टर से जुड़े लोगों का कहना है कि यह मेडिकल एजुकेशन के क्षेत्र में बड़ी पहल है. इसके सहारे ही डॉक्टरों को दिल्ली व अन्य बड़ें मेडिकल संस्थानों की तरह शिक्षा दी जाएगी. इससे डॉक्टरों को भी पटना में रहकर पढ़ाई करने में कोई समस्या नहीं होगी. वह भी पटना में रहने के बाद भी दिल्ली व देश के अन्य बड़े शहरों की तरह पढ़ाई कर सकेंगे.

टू वे वीडियो कम्युनिकेशन सिस्टम

डॉक्टरों के एजुकेशन सिस्टम के

साथ साथ एक्सपर्ट कंसल्ट करना भी टू वे होगा

किसी भी गंभीर बीमारी में वीडियो टू वे सिस्टम से एक्सपर्ट से कंसल्ट आसान होगा

एक्सपर्ट का कहना है कि नेशनल नॉलेज नेटवर्क में 42 मेडिकल कॉलेजों की कमांड लखनऊ पीजीआई से होगा.

Posted By: Manish Kumar