Allahabad: मानसी ने अनुपम को कभी अपना पति स्वीकार ही नहीं किया. वह तो अपने प्रेमी प्रदीप को ही जीवन साथी मानती थी जिसके साथ वह परिवारवालों की मर्जी के बगैर सात फेरे ले चुकी थी. इस तथ्य को नजरअंदाज करके घरवालों ने उसकी जबरन शादी कर दी. इसका खामियाजा भुगतना पड़ा निर्दोष अनुपम को जो परिवार का इकलौता बेटा था. कैसे खुला यह राज और कैसे हुआ मानसी का पर्दाफाश. आइए जानते हैं...

विश्वास में मारे गए
भोपाल की रहने वाली मानसी शादी के बाद लखनऊ पहुंच तो गई लेकिन मन से वह यहां नहीं थी। कालेज टाइम होने के कारण कुछ दिन बाद ही अनुपम आईआईआईटी इलाहाबाद आ गया। अनुपम के चले जाने के बाद मानसी घंटों मोबाइल पर बिजी रहती थी फिर भी फैमिली को न तो शक हुआ और न ही उन्होंने उसे कभी रोका। हालांकि, देर रात तक होने वाली बातचीत उन्हें खटकती जरूर थी।

हमले के बाद खुला राज
फरवरी में अनुपम पर हमला हुआ तो सभी परेशान हो उठे लेकिन मानसी पर कोई खास असर नहीं था। घटना की सूचना पर अनुपम के जीजा अनुराग मिश्रा जो साफ्टवेयर इंजीनियर हैं, भी पहुंच गए। अनुपम की बहनों ने उन्हें मानसी की गतिविधियों के बारे में बताया। बहनों ने मानसी के मोबाइल चेक करने के दौरान मिली जानकारियों के बारे में भी बताया। मोबाइल देखने के बाद उन्हें विश्वास ही नहीं हो रहा था कि भाभी ऐसी हैं। इसके बाद अनुराग ने मोबाइल चेक किया तो दंग रह गए। मोबाइल में मानसी के प्रेमी प्रदीप से हुई बातचीत रिकॉर्ड थी। प्रेमी की बातें रिकॉर्ड करने के पीछे मानसी की मंशा क्या थी? यह तो वही जानें लेकिन बातचीत में इस्तेमाल होने वाले शब्दों ने उनके कान खड़े कर दिए। इस तरह के शब्दों का इस्तेमाल पति-पत्नी के बीच भी कम ही होता है।

E mail से मिला proof
मानसी के मोबाइल के मैसेज इनबाक्स में तो आपत्तिजनक मॅटिरियल थे ही सेंट आइटम में पड़े एक मैसेज पर अनुराग की नजर टिक गई। इसमें लिखा कि आईडी चेक करो पिक्चर भेज दिया है। साफ्टेवेयर इंजीनियर अनुराग का दिमाग इसके बाद ई मेल की तरफ गया। मेल के सेंट आइटम को चेक करते हुए उन्हें भी शर्म आ गई। मोबाइल से खीची गई आल मोस्ट न्यूड तस्वीरें मेल की गई थीं। मोबाइल से सेंट किए गए मैसेज, पिक्चर और वीडियो क्लीपिंग को अनुराग ने सीडी में सेव किया और पुलिस को पूरी कहानी बताई।


पांच को निकल गई भोपाल

अनुपम की मौत के बाद परिवारवालों के शक जताने पर धूमनगंज पुलिस ने मानसी को हिरासत में लिया था लेकिन पूछताछ के बाद छोड़ भी चुकी थी। यहां से मानसी भोपाल गई लेकिन अपने पिता के घर नहीं। घर वालों को लगा कि प्रेमी के साथ भागी होगी। वैसे, बाद में पता चला कि किसी रिलेटिव के यहां रुकी है. 

Recording सुनकर टूट गई
पुलिस ने मानसी को दोबारा पकड़ा तो उसने प्रदीप को सिर्फ पे्रमी और घटना से दूर-दूर तक कोई रिश्ता  न होना बताया। लेकिन, पुलिस ने उसकी मोबाइल पर हुई बातचीत का रिकॉर्ड प्ले किया तो वह टूट गई और अपना गुनाह कुबूल लिया। जांच के लिए धूमनगंज पुलिस भोपाल पहुंची तो पता चला कि मानसी ने खुद प्रेमी प्रदीप को अनुपम से मिलवाया था। लेकिन, अनुपम मानसी और प्रदीप के रिश्ते को समझ न सका. 

भैया को मार कर क्या मिला
मानसी के जेल जाने के बाद ट्यूजडे को आई नेक्स्ट रिपोर्टर ने अनुपम के घर वालों से फोन पर बात की। अनुपम के जीजा अनुराग ने कहा कि इस दर्दनाक हादसे से अभी भी पूरा परिवार सदमे में है। उन्होंने कहा, उसे जाना ही था तो चली जाती, हम उसे रोकते नहीं। लेकिन, अनुपम को मरवाकर उसे क्या मिला। यह कहते हुए उनकी आवाज भर्रा गई।

Posted By: Inextlive