एल्युमिनाई मीट के दौरान पूर्व छात्रों का उत्साह किसी भी तरह से कम नहीं दिखा. आईआईटी आउटरीच में पूर्व छात्रों ने एक दूसरे से गर्मजोशी के साथ मुलाकात की. इसके बाद उन सभी ने स्टेडियम की सीढिय़ों पर बैठकर फोटोसेशन कराया जिसमें सभी के फैमिली मेंबर्स भी शरीक हुए.

वो भले ही सालों बाद कैंपस आए लेकिन फिर भी स्टूडेंट्स की तरह ही दिखे। किसी ने सीटी मारी तो किसी ने एक से बढ़कर एक डायलॉग बोले। हम बात कर रहे हैं आईआईटी में ऑर्गनाइज हुई ईयर 1963 बैच के स्टूडेंट्स की एल्युमिनाई मीट की। फ्राइडे को जब सालों पहले के साथी एक साथ कैंपस में मिले तो कैंपस में एक अलग ही तरह की रौनक देखने को मिली।

मिले जोश के साथ
एल्युमिनाई मीट के दौरान पूर्व छात्रों का उत्साह किसी भी तरह से कम नहीं दिखा। आईआईटी आउटरीच में पूर्व छात्रों ने एक दूसरे से गर्मजोशी के साथ मुलाकात की। इसके बाद उन सभी ने स्टेडियम की सीढिय़ों पर बैठकर फोटोसेशन कराया, जिसमें सभी के फैमिली मेंबर्स भी शरीक हुए। प्रोग्र्राम का इनॉग्र्रेशन आईआईटी डायरेक्टर प्रो। इन्द्रानिल मन्ना ने किया। जबकि बीओजी चेयरमैन एम आनंद कृष्णन, प्रभात मुंशी, प्रो। मणीन्द्र अग्र्रवाल, आईआईटी मुबई के फॉर्मर डायरेक्टर अशोक मिश्रा, प्रो। जीडी वर्मा आदि लोग मौजूद रहे।

याद किए बीते हुए दिन
फोटोसेशन के बाद स्टूडेंट्स ने कैंपस में बिताए हुए दिन याद किए। एक एक्स स्टूडेंट ने बताया कि उस टाइम आईआईटी में स्वीमिंग पूल नहीं था। तब स्टूडेंट्स पनकी कैनाल में जाकर स्वीमिंग का लुत्फ लेते थे। हर संडे को प्रोजेक्टर पर मूवी भी दिखाई जाती थी। एंटरटेनमेंट के लिए वो लोग क्रिकेट भी खेलते थे।
वनडे रैगिंग
एक्स स्टूडेंट्स ने बताया कि उस समय संस्थान के डिप्टी डायरेक्टर प्रो। मुथाना काफी सख्त थे। उनकी वजह से सीनियर्स ज्यादा रैगिंग नहीं कर पाए। बस एक दिन मौका मिला तो सभी जूनियर्स को मैंगो गार्डेन में ले गए जहां पर पहले मार्च पास्ट कराया गया फिर सांग सुनाने को कहा। एल्युमिनाई मीट में आए और तब जूनियर रहे एसपीएस चौहान बताया कि उन्होंने यहां पर सांग 'जो वादा किया था वो निभाना पड़ेगाÓ गाकर अपनी रैगिंग करायी।
'ट्रक में बैठकर आता था' 
केमिकल इंजीनियरिंग में डिग्र्री लेने वाले मुंबई आईआईटी के पूर्व डायरेक्टर अशोक मिश्रा ने बताया कि उस टाइम इंस्टीट्यूट आने के लिए रावतपुर से रात में 9 बजे बस मिलती थी। टेम्पो थे नहीं, जिसकी वजह से ट्रक में बैठकर आईआईटी आना पड़ता था।

Posted By: Inextlive