दुनिया भर में यूनिवर्सिटीज और हायर एजुकेशन के संस्थानों की ग्लोबल रैंकिंग में आईआईटी पटना को पहली बार जगह मिली है.

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PATNA : दुनिया भर में यूनिवर्सिटीज और हायर एजुकेशन के संस्थानों की ग्लोबल रैंकिंग में आईआईटी पटना को पहली बार जगह मिली है। ब्रिक्स कंट्रीज के 300 संस्थानों की रैंकिंग में आईआईटी पटना ने 108वीं रैंक हासिल कर देश भर में एक प्रतिष्ठित संस्थान होने का गौरव हासिल किया है। जानकारी हो कि यह रैंक देशभर के मात्र आठ आईआईटीज को जगह मिली है। इसमें शामिल सभी आईआईटीज पहले भी बेहतर रैंकिंग प्राप्त करते रहे हैं। लेकिन देश के नए स्थापित आईआईटीज में आईआईटी पटना का यह स्थान हासिल करना इसके बेहतर शैक्षिक माहौल होने की सराहना करता है। इस ग्लोबल रैंकिंग में देश के प्रतिष्ठित संस्थान जैसे जेएनयू, नई दिल्ली समेत कई संस्थान नहीं हैं। इसलिए माना जा रहा है कि ग्लोबल रैंकिंग के लिए आईआईटी ने बहुत कठिनाई से यह स्थान प्राप्त किया है।

इन देशों के संस्थान थे रेस में
आईआईटी पटना ने यह रैंक ब्रिक्स संगठन के देशों के 300 उच्च शैक्षिक संस्थानों में कड़ी प्रतिस्पद्र्धा के बाद हासिल की है। ब्रिक्स देशों में भारत, ब्राजील, चीन, रुस और साउथ अफ्रीका शामिल है। संस्थानों की रैंकिंग करने के लिए बिल्कुल एक मेथोडलॉजी अपनाई गई। इसमें उस देश के सामाजिक-आर्थिक पहलुओं को भी महत्व दिया गया।

इन मानकों पर कसे गए संस्थान
क्यू एस व‌र्ल्ड रैंकिंग वैश्विक स्तर पर सबसे प्रतिष्ठित रैंकिंग मानी जाती है। संस्थानों को रैकिंग करने के लिए कुछ महत्वपूर्ण बिंदु रखे गए और उसी कसौटी पर खरे उतरने वाले संस्थानों की तुलनात्मक लिस्ट तैयार की गई। हर प्राथमिकता के लिए अलग-अलग प्रतिशत निर्धारित है। इसमें एकेडमिक रेप्यूटेशन के लिए 30 प्रतिशत, संस्थान से पढ़कर छात्र जिन संस्थानों में काम कर रहे हैं, उनका रेप्यूटेशन पर 20 प्रतिशत, पीएचडी डिग्री प्राप्त स्टाफ के मानक के लिए 10 प्रतिशत, एकेडमिक स्टाफ के प्रकाशित रिसर्च पेपर की संख्या पर 10 प्रतिशत, प्रति रिसर्च पेपर साइटेशन पर पांच प्रतिशत निर्धारित थे। इसी प्रकार, संस्थान में इंटरनेशनल फैकल्टी की उपल?धता पर 25 प्रतिशत और संस्थान में पढ़ने वाले इंटरनेशनल स्टूडेंट्स की संख्या पर 2.5 प्रतिशत निर्धारित किया गया था।

Posted By: Inextlive