बम ना बारूद, यहां सिर्फ गोलियों की बौछार
- अवैध असलहों की बरामदगी में तेजी, मिल रहे कारतूस
- जिला बदर करके पुलिस हनक कायम करने की कवायद GORAKHPUR: जिले में बम और बारूद से ज्यादा खतरा अवैध असलहों का है. यहां के बदमाशों में तमंचों का क्रेज है. चुनाव के दौरान जहां एक तरफ पुृलिस लाइसेंसी असलहों को जमा कराने पर जोर दे रही. वहीं अवैध असलहों की बरामदगी से साबित हो रहा है कि बदमाशों में तमंचे का खूब क्रेज है. पिछले लोकसभा और विधान सभा चुनाव की अपेक्षा इस बार पुलिस ने ज्यादा अवैध असलहे पकड़े हैं. पुलिस अधिकारियों का कहना है कि चुनाव को देखते हुए निरोधात्मक कार्रवाई जारी है. रोजाना तलाशी लेकर पुलिस मुकदमा दर्ज कर रही है. दो चुनाव की अपेक्षा, ज्यादा बरामद हुए असलहेबिहार से करीब होने की वजह से जिले में असलहा तस्करों का गैंग एक्टिव रहता है. पुलिस कार्रवाई में हर गैंग के पास से तमंचा और कारतूस की बरामदगी होती है. झंगहा एरिया के टमठा में अवैध असलहा फैक्ट्री भी पकड़ी जा चुकी है. लेकिन चुनाव के दौरान यहां पर बम और बारूद की कोई बरामदगी नहीं हो सकी. पिछले विधान सभा और लोकसभा चुनाव की अपेक्षा इस बार पुलिस ने अवैध असलहों की बरामदगी की है. पुलिस अधिकारियों का कहना है कि अभी चुनाव तक कार्रवाई जारी रहेगी इसलिए यह तादाद बढ़ सकती है.
वर्ष तमंचा कारतूस जिला बदर गैंगेस्टर लाइसेंस निरस्त 2019 43 60 37 16 41 2017 44 109 01 07 10 2014 40 51 00 07 05 गुंडों पर टूट रहा कहर, अभी और होंगे जिला बदरइलेक्शन में गड़बड़ी करने वाले लोगों के खिलाफ पुलिस सख्ती से कार्रवाई में जुटी है. पुलिस अधिकारियों का कहना है कि बूथ से लेकर मोहल्ले तक दबंगई करने वालों की डिटेल बनाई गई है. पूर्व में जेल जा चुके शातिर बदमाशों को जिला बदर किया जा रहा है. पिछले दो चुनावों की अपेक्षा इस लोकसभा चुनाव की प्रक्रिया में अभी तक 37 बदमाशों के खिलाफ गुंडा एक्ट की कार्रवाई करते हुए पुलिस जिला बदर कर चुकी है. जबकि गैंगेस्टर एक्ट के मुकदमे भी ज्यादा दर्ज किए गए हैं. पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार इस साल 16 अभियुक्तों के खिलाफ पुलिस ने गैंगेस्टर किया है.
वर्जन लोकसभा चुनाव को शांति पूर्ण संपन्न कराने के लिए पुलिस कार्रवाई कर रही है. गुंडा, बदमाशों के खिलाफ एक्शन लिया जा रहा है. चुनाव खत्म होने तक यह प्रक्रिया जारी रहेगी. अवैध असलहों, शराब की बिक्री पर शिकंजा कसा जा रहा है. चुनाव को प्रभावित करने वाले व्यक्तियों की पाबंदी सहित अन्य कार्रवाई प्रचलित है. - डॉ. सुनील गुप्ता, एसएसपी