आगरा। हाईवे पर ऐसी स्थिति बनी हुई है कि कभी भी हादसा हो जाए। पूर्व में हुए हादसों के बाद जो सुरक्षा बरती गई, वह अब दिखाई नहीं देती। हाईवे पर कई बार रोड पार करने वाले चपेट में आते हैं, फिर भी लोग डिवाइडर से रोड पार करना नहीं छोड़ रहे। पूर्व में रोड पर पुलिस की व्यवस्था की गई लेकिन हालात फिर से पहले जैसे हो गए हैं।

हाईवे पर खड़े हो जाते हैं ऑटो

एनएच-2 आईएसबीटी के सामने फ्लाई ओवर ब्रिज पर जाने वाले रोड पर ऑटो सवारी भरने को खड़े हो जाते हैं, जबकि यहां पर सवारी बैठाना खतरे से खाली नहीं है। यहां पर वाहन तेजी से ऑटो के बराबर से निकलते हैं। रोड पर खड़े ऑटो और तेजी से निकलते बड़े वाहनों के बीच थोड़ा सा फासला रह जाता है। जरा सी चूक होने पर बड़ा हादसा हो सकता है।

बीच से रोड पार करते हैं लोग

दो सर्विस रोड के बीच बने हाईवे पर लोगों की चहलकदमी भी रहती है। फर्राटा भरते वाहनों के बीच लोग रोड पार करते हैं, जबकि इसके लिए खंदारी फ्लाई ओवर के नीचे से दूसरे रोड पर आने का अच्छा-खासा रास्ता है, लेकिन लोग जान का पूरा जोखिम उठाते हुए मुख्य हाईवे पर चले जाते हैं और दो ऊंचे डिवाइडरों को लांघते हुए सर्विस रोड पर उतरते हैं।

हुई थी सात लोगों की मौत

इंटरस्टेट बस टर्मिनल के सामने थ्री लेन है। मुख्य हाईवे पर 5 मार्च 2018 की सुबह दस बजे की घटना थी। ऑटो लाइन से खड़े होकर सवारी भर रहे थे। उसी दौरान सिकंदरा की तरफ से एक कोरियर का कंटेनर तेज गति से आ रहा था। कंटेनर ने आते ही पहले खड़े हुए एक ऑटो को चपेट में लिया। टक्कर के बाद ऑटो आगे खड़े ऑटो से टकरा गया। उस दौरान एक साइकिल सवार को कंटेनर आगे तक घसीटता ले गया। हादसे देख कंटेनर चालक ने स्पीड और बढ़ा दी। आगे चल रहे दो ऑटो बुरी तरह उसकी चपेट में आए। दो ऑटो दाएं और बाएं सर्विस रोड पर पलट गए जबकि एक ऑटो को कंटेनर आगे तक घसीटता ले गया।

7 लोगों की हुई थी मौत

कंटेनर सभी को चपेटता हुआ सीधा निकल गया और लोग सड़क पर लहूलुहान अवस्था में बिलख रहे थे। घायलों के क्षतविक्षित शरीर को दम तोड़ते देख लोगों की रुह कांप गई। चारों तरफ खून ही खून, चीख पुकार मची हुई थी। हादसे को देख लोग सिर पकड़ कर बैठ गए।

पुलिस हो गई गायब

इस हादसे के बाद यहां पर पुलिस बल की तैनाती की गई। मौजूद पुलिस ने ऑटो को बीच में खड़ा नहीं होने दिया। साथ ही पैदल रोड करने वालों को भी रोका जाने लगा। लोगों ने खंदारी फ्लाई ओवर ब्रिज के नीचे से आना शुरू कर दिया था लेकिन बीतते समय के साथ-साथ ये व्यवस्थाएं खत्म होती गई, अब वहां पर कोई पुलिसकर्मी तैनात नहीं है।

छात्र बस के पहिए के नीचे आया

7 फरवरी 2019 को खंदारी फ्लाई ओवर के उतरते ही बस ने इमरजेंसी ब्रेक लगा दिए जिससे जरुआ का नगला, अवागढ़ निवासी 15 वर्षीय सनी पुत्र राम नरेश बस के पिछले पहिए की चपेट में आ गया। हादसे में उसकी मौत हो गई। बस के इमरजेंसी ब्रेक से पीछे आ रहा ट्रक तेजी से टकरा गया। बस और ट्रक दोनों पलटने से बचे थे।

Posted By: Inextlive