अब बीडीए सेटेलाइट और ड्रोन से अवैध निर्माण पर रखेगा नजर
-ग्रीन बेल्ट पर अवैध प्लॉटिंग पर कंट्रोल के लिए अफसरों ने लिया फैसला
-मार्च में सेटेलाइट का होगा ट्रायल, हर तीन माह में अपडेट होगी फोटो Bareilly: शहर में ग्रीन बेल्ट और कृषि योग्य भूमि पर अवैध निर्माण रोकने के लिए बीडीए अब आसमान से नजर रखेगा। इसके लिए सेटेलाइट और ड्रोन से विभाग नजर रखेगा। सेटेलाइट से तीन माह में तस्वीरें अपडेट होती रहेंगी, जिसके आधार पर बीडीए अवैध कब्जा करने वालों पर कार्रवाई करेगा। इस तरह से होग निरीक्षण--बीडीए के दायरे में आने वाले सभी क्षेत्रों की रिकार्डिग की जाएगी। उसमें से कृषि योग्य भूमि को अलग किया जाएगा। इन क्षेत्रों के लिए विशेष मानीटरिंग की जाएगी। जब भी इस क्षेत्र में किसी तरह का निर्माण किया जाएगा उसकी अपडेट बीडीए के सेटेलाइट पर शो करने लगेगी। फिलहाल, बीडीए ने शहर के सभी जोन की कृषि योग्य भूमि का मैप तैयार कर उसे अपलोड करने का जिम्मा लखनऊ की एक एजेंसी को दे दिया है।
ड्रोन से होगी रिकार्डिग- बीडीए की ओर से सेटेलाइट पर पूरे एरिया का मैप अपलोड करने के लिए ड्रोन से रिकार्डिग कराई जाएगी। इसके लिए लगभग दस ड्रोन का प्रयाग किया जाएगा। मास्टर प्लान पर दिखेगा पूरा नजाराबीडीए ग्रीन बेल्ट में हो रहे अवैध प्लाटिंग को तैयार हो रहे मास्टर प्लान पर एक ही स्थान पर देख सकेगा। सेटेलाइट पर पूरी गतिविधियां दिखें इसके लिए एक कंट्रोल रूम भी बनाया जाएगा। जिसकी मानीटरिंग दो कर्मचारियों को लगातार करने के लिए लगाया जाएगा।
तीन माह में किया जाएगा अपडेट बीडीए की ओर से सेटेलाइट के माध्यम से ग्रीन बेल्ट एरिया में अवैध निर्माण को रोकने के लिए प्रत्येक तीन माह में पूरे एरिया का निरीक्षण कराकर उसे अपलोड किया जाएगा। इसके लिए जेई का भी सहयोग बीडीए लेगा। क्षेत्रफल बढ़ने के कारण पड़ी जरूरत बीडीए सेटेलाइट से ग्रीन बेल्ट एरिया पर नजर रखने के लिए दायरा बड़ा होने और कर्मचारियों की कमी के कारण उठाया जा रहा है। सूत्रों की माने तो ज्यादातर जेई लोगों से मिल कर ही प्लाटिंग व भवन निर्माण कराते हैं जिसको ध्यान में रखते हुए बीडीए अपने को हाइटेक करने में जुटा है। मार्च में सेटेलाइट निगरानी का होगा ट्रायल बीडीए अपने दसों सेक्टरों पर अवैध निर्माण व ग्रीन बेल्ट एरिया में अवैध प्लाटिंग को लेकर ट्रायल मार्च में यह जिम्मेदारी लखनऊ की रिमोट सेंसिंग एजेंसी को दिया गया है। 264 गांव हुए हैं बीडीए में शामिलबीडीए में 264 गांव शामिल हैं। हाल ही में नए 66 गांवों को जोड़ा गया है। एक माह पहले बीडीए में 198गांव जुड़े हुए थे। दायरा बढ़ने से यह कदम उठाया जा रहा है।
वर्जन- शहर में अलग-अलग स्थानों पर ग्रीन बेल्ट एरिया में अवैध तरीके से प्लाटिंग कर कॉलोनी बसाने का प्रयास हो रहा है। इस पर रोक लगे इसके लिए सेटेलाइट के माध्यम से अब निगरानी होगी। मास्टर प्लान बनवाया जा रहा है। रमेश कुमार अग्रवाल,अधीक्षण अभियंता