- वनकर्मचारियों की सहमति से कटान का वीडियो वायरल

- जंगल टिकरिया में 23 पेड़ कटने की सूचना से हड़कंप

GORAKHPUR: आजादी की वर्षगांठ पर पौधरोपण कराकर जहां एक नया कीर्तिमान बनाने की तैयारी की जा रही है। वहीं जिले के जंगलों के खत्म होने का संकट गहराता जा रहा है। जिस जिले में सीएम महंत योगी आदित्यनाथ वृहद पौधरोपण कार्यक्रम में शिरकत करेंगे। उसी जिले में शाम ढलते ही जमकर पेड़ काटे जा रहे हैं। रविवार की रात गुलरिहा एरिया के जंगल टिकरिया में 23 पेड़ों की अवैध कटान की सूचना से हड़कंप मचा रहा। आधी रात को जंगल में पहुंचकर पुलिस ने जांच पड़ताल की। पुलिस की आंखों में धूल झोंककर तस्कर चार पेड़ों की लकड़ी गायब करने में कामयाब रहे। साखू के पेड़ के 14 बोटे बरामद करके पुलिस जांच में जुटी है। इस दौरान जंगल में अवैध कटान से संबंधित एक वीडियो वायरल हुआ जिसमें पेड़ों की बूट बनाते एक मजदूर बता रहा है कि कटान के लिए रेंजर से लेकर वॉचर तक जिम्मेदार हैं। एसएचओ गुलरिहा ने बताया कि वनों की कटान में शामिल लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

पुलिस को मिले साखू के 14 बोटे

रविवार रात करीब 12 बजे टिकरिया जंगल में 23 पेड़ों के काटे जाने की सूचना पुलिस को मिली। फोर्स के साथ एसएचओ गुलरिहा जयदीप वर्मा पहुंचे। पुलिस की जांच में एक पेड़ के 14 बोटे बरामद हुए। अवैध कटान की सूचना पर रेंजर और फॉरेस्टर सहित कई अन्य अधिकारी पहुंच गए। अवैध ढंग से कटे पेड़ों को कब्जे में लेकर पुलिस जांच में जुट गई। पुलिस की जांच में सामने आया कि करीब हर दूसरे दिन पेड़ों की कटान की जा रही है। जंगल में तस्करी करने वाले एक गुट को वन कर्मचारियों की सहमति मिलने से दूसरा गुट लगातार विरोध कर रहा है। रविवार रात होने वाली कटान की सूचना किसी ने विधायक महेंद्र पाल सिंह को दी थी।

वायरल हुआ वीडियो, मिलीभगत से होता काम

जंगलों में अवैध कटान के पीछे शामिल लोगों से संबंधित एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। जंगल में पेड़ों की बूट बनाते हुए एक वीडियो में मजदूर कह रहा है कि जलौनी के लिए उसे बूट बनाने के लिए भेजा जाता है। करीब हर दूसरे दिन पेड़ों की कटान की बात स्वीकारते हुए वह अपने को बचाने की गुहार लगा रहा है। उसका कहना है कि रेंजर, फॉरेस्टर और वॉचर सब लोग मिलजुलकर पेड़ों की कटान की सहमति देते हैं। पेड़ कटने के बाद वह लोग बूट बनाने पहुंच जाते हैं। पेड़ की जड़ को खोदकर मिट्टी और घास के नीचे दबा देने को बूट बनाना कहते हैं। इससे पेड़ों की कटान का पता नहीं चलता है। घालमेल करके पेड़ों की कटान को छिपा लिया जाता है।

पास्ट हिस्ट्री

12 अगस्त 2018: जंगल टिकरिया में साखू के पेड़ की कटान, 23 पेड़ कटने की सूचना से हड़कंप

6 अगस्त 2018: जंगल टिकरिया में पेड़ काटने को लेकर दो गुट भिड़े, सात बोटे बरामद हुए।

29 जुलाई 2018: पीआरवी ने जंगल टिकरिया के पास अवैध लकड़ी के चार बोटे बरामद किए।

वर्जन

रविवार रात जंगल में 23 पेड़ कटने की सूचना मिली थी। कॉम्बिंग करने पर एक पेड़ के 14 बोटे बरामद हुए। जंगल में अवैध ढंग से पेड़ों की कटान करने वाले तस्करों पर मुकदमा दर्ज कराया जाएगा। अगर जांच में किसी वन कर्मचारी की मिलीभगत मिली तो उसके खिलाफ भी कार्रवाई होगी।

- जयदीप वर्मा, एसएचओ, गुलरिहा

Posted By: Inextlive