काकोरी के जेहटा रोड में स्थित पटाखे के गोदाम में आग लग गई. पड़ोस स्थित दालमोठ गोदाम में काम कर रहा मजदूर भी मारा गया. 500 मीटर दूर तक की इमारतों के शीशे हुए चकनाचूर. बीट इंचार्ज व दो कॉन्सटेबल सस्पेंड

LUCKNOW : काकोरी एरिया में सोमवार सुबह अवैध पटाखा गोदाम में रहस्यमय हालात में भीषण विस्फोट हो गया। विस्फोट की तीव्रता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि गोदाम की आरसीसी छत 50 फीट तक उछल कर क्षतिग्रस्त हो गई। साथ ही रोड के दूसरी ओर स्थित दालमोठ गोदाम का भी एक हिस्सा धराशायी हो गया। हादसे में गोदाम में मौजूद संचालक व उसकी बेटी के चीथड़े उड़ गए। जबकि दालमोठ गोदाम में काम कर रहा मजदूर भी मलबे में दबकर मारा गया। तीन मजदूर घायल भी हुए हैं। पुलिस ने शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिये भेज दिया। स्थानीय लोगों के मुताबिक, अवैध पटाखा गोदाम बीते छह महीने से संचालित किया जा रहा था। वहीं प्रथम दृष्टया लापरवाही के आरोप में दोषी पाये जाने पर एसएसपी दीपक कुमार ने बीट दारोगा एचसीपी रामकुमार सचान, बीट कॉन्सटेबल्स विजय कुमार व मुकेश कुमार को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया।

 

छह माह पहले किराए पर लिया था गोदाम

काकोरी के जेहटा रोड स्थित मुन्ना लाल खेड़ा में संजय लोधी का मकान है। छह माह पूर्व इसी मकान के बेसमेंट को ठाकुरगंज के फरीदीपुर गांव निवासी नसीर उर्फ नासिर ने किराये पर लेकर उसमें पटाखा गोदाम शुरू किया था। बताया जाता है कि इस गोदाम में भारी मात्रा में तैयार पटाखे व कच्चा माल स्टोर था। जबकि, नासिर व उसकी बेटी नसरीन वहां पर पटाखा बनाते भी थे। स्थानीय लोगों के मुताबिक, सोमवार सुबह करीब 9.30 बजे नासिर व उसकी बेटी नसरीन बाइक से गोदाम पहुंचे और काम शुरू किया।

 

दहल गया इलाका

इसी के महज एक घंटे बाद करीब 10.30 बजे गोदाम में हुए जोरदार विस्फोट से गोदाम की छत उड़ गई। विस्फोट की तीव्रता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि रोड के दूसरी ओर स्थित संजय के चचेरे भाई सूरज पाल की दालमोठ फैक्ट्री का भी एक हिस्सा धराशायी हो गया। विस्फोट की आवाज से पूरा इलाका दहल गया। आसपास के गांवों के लोग भागकर घटनास्थल पहुंचे तो वहां का नजारा देख उनके होश उड़ गए। पटाखा गोदाम की छत, कॉलम व बीम पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई थीं जबकि, दालमोठ गोदाम का भी बड़ा हिस्सा जमींदोज हो चुका था।

 

खेत में फैले पड़े थे मांस के लोथड़े

लोगों ने मलबा हटाकर गोदाम में मौजूद नासिर व उसकी बेटी की तलाश शुरू की लेकिन, उनका कोई सुराग नहीं मिला। इसी बीच लोग तलाशते हुए पड़ोस में स्थित भिंडी के खेत में पहुंचे तो वहां का नजारा देख उनकी चीख निकल गई। खेत में जगह-जगह नासिर (45) व बेटी नसरीन (18)के शरीर के चीथड़े फैले हुए थे। वहीं, दालमोठ फैक्ट्री में मलबे के नीचे मजदूर बहराइच निवासी राम फेरन (52) की लाश दबी मिली। वहीं, फैक्ट्री में काम कर रहे तीन मजदूर लखीमपुर खीरी निवासी विनोद, लालजी और बहराइच निवासी राम प्रसाद घायल पड़े थे। यह देख लोगों ने पुलिस को घटना की सूचना दी।

 

एटीएस व फॉरेंसिक टीम ने की जांच

मौके पर पहुंची पुलिस ने घायलों को इलाज के लिये ट्रामा सेंटर भेजा। इसके बाद जेसीबी के जरिए मलबा हटवाना शुरू किया। जानकारी मिलने पर सांसद मोहनलालगंज कौशल किशोर, एडीजी राजीव कृष्णा, आईजी सुजीत पांडेय, एसएसपी दीपक कुमार भी मौके पर पहुंचे और घटनास्थल का मुआयना किया। विस्फोट में कोई आतंकी कनेक्शन तो नहीं इसकी जांच के लिये डिप्टी एसपी हृदयेश कठेरिया के नेतृत्व में एटीएस टीम ने भी घटनास्थल की जांच की। इसके साथ ही फॉरेंसिक टीम ने भी घटनास्थल से जांच के लिये सैंपल जुटाये।

 

500 मीटर दूर बिल्डिंग के चटके शीशे

अवैध पटाखा गोदाम में विस्फोट ने पूरे इलाके को हिलाकर रख दिया। स्थानीय लोगों ने बताया कि धमाका इतना तेज था कि क्षण भर के लिये लगा इलाके में तेज भूकंप आ गया। धमाके की तीव्रता की वजह से गोदाम से करीब 500 मीटर दूर स्थित एक निजी इंजीनियरिंग कॉलेज व एक निजी मेडिकल कॉलेज की खिड़कियों के शीशे चकनाचूर हो गए।

 

 

प्राइवेट पार्ट से शिनाख्त

हादसे के बाद पुलिस ने नसरीन का पैर, धड़ व बाल खेत से बरामद किये साथ ही पूरे खेत में जगह-जगह मांस के लोथड़े पड़े हुए थे। शुरुआती जांच में पुलिस को यह भान नही था कि हादसे में गोदाम संचालक नासिर भी मारा गया है या फिर वह हादसे के बाद फरार हो गया है। हालांकि, मांस के लोथड़े बटोरने के दौरान ही पुलिस को खेत में पुरुष का प्राइवेट पार्ट बरामद हुआ, जिससे यह तस्दीक हो गया कि हादसे में नासिर भी मारा गया।

 

 

लाइसेंस हो चुका था एक्सपायर

एटीएस के डिप्टी एसपी हृदयेश कठेरिया ने बताया कि शुरुआती जांच में पता चला है कि गोदाम संचालक नासिर वर्ष 2003 से पटाखे का कारोबार कर रहा था। वर्ष 2017 में उसका लाइसेंस एक्सपायर हो गया। इसी के बाद उसने जेहटा रोड पर सूनसान जगह पर स्थित इस मकान का बेसमेंट किराये पर लेकर यहां पटाखे स्टोर करना शुरू कर दिया था। बताया जा रहा है कि नासिर यहां पर पटाखे बनाता भी था।

 

 

घर से भी बरामद हुए पटाखे

इंस्पेक्टर ठाकुरगंज सुजीत दुबे ने बताया कि हादसे की सूचना मिलने के बाद पुलिस टीम ने ठाकुरगंज के फरीदीपुर गांव में स्थित नासिर के घर पर छापा मारा। जहां भारी मात्रा में पटाखे बरामद किये गए। पुलिस ने मौके से नासिर के बेटे मुकीम को भी हिरासत में ले लिया। बताया जा रहा है कि मुकीम भी नासिर के कारोबार में मदद करता था। पुलिस मुकीम से पूछताछ कर रही है।

Posted By: Inextlive