-नगर निगम में कई जगहों पर लगाए गए हैं विज्ञापन

-निगम को लग रहा है लाखों को चूना

-कार्रवाई नहीं होने से बेफिक्र हैं आरोपी

GORAKHPUR: एलईडी स्क्रीन पर विज्ञापन प्ले करने वालों के खिलाफ नगर निगम अब सख्त रवैया अख्तियार करने जा रहा है। शहर के प्रमुख चौराहों पर विज्ञापन चलाने वालों के खिलाफ निगम ने नोटिस जारी कर दिया है। मेयर सीताराम जायसवाल ने स्पष्ट कर दिया है कि प्रधानमंत्री के कार्यक्रम के बाद ऐसे सभी लोगों के खिलाफ अभियान चलाकर कार्रवाई की जाएगी।

शहर में दर्जनभर एलइडी स्क्रीन के जरिए विज्ञापन किया जा रहा है। इसके लिए निगम से किसी तरह की अनुमति नहीं ली गई है। पांच जगहों को चिह्नित कर निगम की ओर से नोटिस जारी किया गया तो कार्रवाई से बचने के लिए कई लोगों ने रेंट जमा कराया।

विज्ञापन एजेंसियों की चांदी

शहर के कई चौराहों पर विज्ञापन एजेंसियों द्वारा विज्ञापन दाताओं से पैसे लेकर विज्ञापन किया जा रहा है। लेकिन निगम को किसी का रेंट नहीं मिल पा रहा है। कई शिकायतों के बाद नगर निगम ने कुछ लोगों को नोटिस भेज कर रेंट जमा करने को कहा, लेकिन पूरा रेंट किसी से जमा नहीं किया। इलेक्ट्रानिक डिवाइस से विज्ञापन करने पर नगर निगम द्वारा दोगुना रेंट वसूला जाता है। इसलिए इससे नगर निगम को अच्छी आय हो सकती है लेकिन नगर निगम के जिम्मेदार इसके प्रति उदासीन बने हैं। अभी तक सिर्फ पांच लोगों को नोटिस जारी किया गया है।

पांच लेवल पर चार्ज लेता है निगम

एलईडी स्क्रीन पर विज्ञान के लिए नगर निगम 1100 रुपए से लेकर 2000 प्रति स्कवायर मीटर की दर से चार्ज लेता है। इसके लिए चार श्रेणियों प्रवर, अ, ब, स में बांटा गया है। गोलघर, शास्त्री चौक, बेतियाहाता, असुरन, पैडलेगंज, देवरिया बाईपास आदि स्थानों पर बड़े-बड़े एलईडी स्क्रीन विज्ञापन एजेंसियों द्वारा लगाये गए हैं। तय दरों से टैक्स का भुगतान लेने के अलावा नगर निगम विज्ञापन के तौर इस्तेमाल करने पर 100 प्रतिशत का टैक्स भी लेता है। यानि जिनके ऊपर 5 हजार का टैक्स बनेगा, उन्हें 10 हजार रुपए जमा करने होंगे।

वर्जन

प्रधानमंत्री के कार्यक्रम के बाद एलइडी लाइट के जरिए विज्ञापन करने वालों के खिलाफ अभियान चलाया जाएगा। तय दरों के अनुसार सभी से टैक्स वसूल किया जाएगा।

सीताराम जायसवाल, मेयर

Posted By: Inextlive