जमशेदपुर. बिष्टुपुर थाना की पुलिस ने गुरुवार को बड़ी कार्रवाई की. धतकीडीह में अवैध बूचड़खाना और अतिक्रमण कर बनाई गई छोटे घरों व झुग्गी-झोपडि़यों को भी बुलडोजर से ध्वस्त करा दिया गया. इलाके में घरों छापामारी कर 22 गोवंश भी जब्त किया. इनमें दो गोवंश जख्मी मिले. बता दे कि वर्षो पहले बूचड़खाना को सील कर दिया गया था. इसके बाद इस ओर पुलिस-प्रशासन ने ध्यान देना उचित नही समझा. फायदा उठाते हुए गोकशी करने वालों ने सील तोड़ दिया. वहां खुलेआम गोकशी लंबे समय से करते रहे. पांच जून की रात को भी बिष्टुपुर थाना की पुलिस ने सात गोवंश को जब्त कर बागबेड़ा कलियाडीह गौशाला भिजवाया था. प्रतिबंधित मांस भी बरामद किया गया था. गोवंश की हत्या झारखंड में प्रतिबंधित है.

गुरुवार को धतकीडीह में पुलिस की कार्रवाई में कोई विरोध नहीं हो, इसको लेकर काफी संख्या में फोर्स की तैनाती इलाके में कर दी गई थी. भीड़ को एकजुट नहीं होने दिया जा रहा था. संस्था दि हेल्पिंग हैंड के अध्यक्ष अजय सिंह और संस्था के सदस्यों ने पांच जून की रात बिष्टुपुर थाना प्रभारी को बताया था कि धतकीडीह में गोकशी के लिए गोवंश ले जाया गया है. पुलिस कार्रवाई करें. लिखित शिकायत दी गई. 150 सदस्यों ने धतकीडीह में घुसकर गोवंश को बरामद करने का प्रयास किया था. जिसका विरोध करते हुए स्थानीय लोग सामने आ गए थे. इसके बाद पुलिस ने कार्रवाई की थी. मौका मुआयना के बाद सिटी एसपी प्रभात कुमार और बिष्टुपुर इंस्पेक्टर राजेश प्रकाश सिन्हा ने अवैध बूचड़खाना को देखा. उसी दिन संस्था को आश्वासन दिया गया था कि अवैध बूचड़खाना को ध्वस्त कराया जाएगा. आस-पास रखे गए गोवंश को जब्त किया जाएगा. गुरुवार को कार्रवाई की गई. संस्था के अजय सिंह, बलराम सिह, मंगल, भोलू, सोनू, बाला समेत अन्य मौके पर उपस्थित थे.

Posted By: Kishor Kumar