हॉस्टल के कमरे-कैंपस में अपराध का सामान
पीसीबी और ताराचंद हॉस्टल में पुलिस की रेड, अपराधी और बाहरी लोगों की मौजूदगी के सुबूत मिले
मर्डर में इस्तेमाल कार बरामद, नकली पिस्टल, बम बनाने का सामान मिला prayagraj@inext.co.inPRAYAGRAJ: इलाहाबाद यूनिवर्सिटी के हॉस्टल्स यूं ही बदनाम नहीं हैं. यहां अपराधी के शरण लेने और अपराध के सामान की मौजूदगी के सुबूत भी बुधवार को मिल गये. सोमवार को 24 घंटे के भीतर दो घटनाएं हुई थीं. पहली घटना ने हॉस्टल के भीतर एक पूर्व छात्र की गोली मारकर हत्या कर दी गयी. दूसरी घटना में सैकड़ों छात्रों ने एक गेस्ट हाउस के भीतर और बाहर जमकर उत्पात मचाया था. कई लोगों की पिटाई के साथ कई गाडि़यों को बुरी तरह से क्षतिग्रस्त कर दिया था. इन दोनों घटनाओं को इलाहाबाद हाई कोर्ट ने स्वत: संज्ञान लेते हुए पीआईएल में कन्वर्ट करके जिम्मेदार अफसरों से जवाब मांग लिया तो पूरा अमला कार्रवाई के मूड में आ गया. बुधवार को ताराचंद और पीसी हॉस्टल में छापा मारी की गयी. दोनों स्थानों से अपराध का तमाम सामान मिला है.
आरएएफ को साथ लेकर घुसी पुलिसताराचन्द और पीसीबी हास्टल में बुधवार को पुलिस फोर्स आरएएफ के साथ पहुंची. घंटों चली कार्रवाई के दौरान फोर्स ने चप्पा चप्पा छान मारा. कार्रवाई की अगुवाई एसपी सिटी बृजेश श्रीवास्तव कर रहे थे. पुलिस की कार्रवाई से दूसरे हास्टल के अन्त:वासी इस आशंका से डरे रहे कि कहीं फोर्स उनके हास्टल में भी न घुस आए. दूसरे हास्टल्स के छात्रों को लगातार इसकी जानकारी प्राप्त होती रही कि पुलिस ने छात्रावास में अन्त:वासियों के कमरे में घुसकर उनके सामान को उलट पलट डाला है. इससे छात्रों के बीच गहरा आक्रोश बना रहा. छात्र लगातार विवि प्रशासन के अधिकारियों को फोन भी घनघनाते रहे. बता दें कि एसपी सिटी बृजेश श्रीवास्तव खुद भी ताराचन्द हास्टल के पूर्व अन्त:वासी रहे हैं. गेस्ट हाऊस को लेकर हुए बवाल के बाद वे अन्त:वासियों को किसी भी तरह की रियायत देने के मूड में नहीं दिखे.
डॉ. ताराचन्द हास्टल 13 लोगों को पुलिस ने पूछताछ के लिए हिरासत में लिया 58 कमरों में अवैध लोगों को चिन्हित किया गया. इसमें दूसरे के नाम पर रहते हुए लड़के पाए गए. इन सभी कमरे को सीज कर दिया गया. 100 कूलर, हीटर आदि अवैध रूप से हो रहा था इस्तेमाल किया गया जब्त 04 फोर ह्वीलर को कागज आदि न मिलने पर किया गया सीज 01 हूबहू असली जैसी दिखने वाली नकली पिस्टल की गयी जब्त 2/43 में जिन्दा बम मिले जिसे पुलिस द्वारा निष्क्रिय किया गया.4/31
में बम बनाने का सामान पुलिस द्वारा प्राप्त किया गया.
इस कमरे में एक छात्रनेता के नाम की पम्पलेट और उसके कपड़े पाए गए. जिसे जांच हेतु सील किया गया. पीसीबी हास्टल 48 कमरे मुख्य भवन में सीज किए गए. जिसे छोड़कर लड़के भाग गए थे. यहां दो दिन कार्रवाई की गयी. 20 नम्बर कमरे से विवेक कुमार नाम के लड़के को पुलिस उठा ले गई. 01 मारुति 800 बरामद जो मर्डर में वांछित अभिषेक उर्फ नवनीत यादव की बतायी जा रही है. 104 कमरे हैं पीसीबी मुख्य बिल्डिंग में 52 कमरे हैं पीसीबी एनेक्सी भवन में. इन कमरों में वैध अन्त:वासियों के नाम पर दूसरे लोग रहते हैं. 15 अप्रैल को ली गई थी और 11 कमरे सीज किए गए थे. 235 नंबर कमरे में बारूद प्राप्त हुआ था. यह कक्ष आशुतोष कुमार शाही पुत्र नारायण शाही के नाम आवंटित था. जिसे छात्रावास से निष्कासित किया जा चुका है. तय किया गया है कि यदि कोई वैध अन्त:वासी पाया गया तो उसकी पहचान कर उसे कब्जा प्रदान कर दिया जाएगा. इसके अलावा कंपाउंड में टहल रहे दो बाहरी लड़कों को भी पुलिस पकड़कर ले गई.रोहित शुक्ला हत्याकांड के आरोपी कक्ष संख्या 84, 68 एवं 19 में रहने वाले क्रमश: आदर्श कुमार त्रिपाठी, अभिषेक यादव उर्फ नवनीत तथा सौरग विश्वकर्मा को भी निष्कासित किया जा चुका है.
पीसीबी से एक लावारिस मारुति कार 800 एवं दो मोटर साइकिल पुलिस के हवाले कर दी गई है. हास्टल में कूलर, हीटर और सिलेंडर की अनुमति नहीं है. इन सामानो को कमरे से निकालकर स्टोर रूम में रखवा दिया गया. कार्रवाई की रिकार्डिग की गई है. सामानो में तोड़फोड़ किए जाने का अरोप गलत है. डॉ. राकेश सिंह, सुपरिटेंडेंट ताराचन्द हास्टल हास्टल में सुरक्षा के लिए चार पुलिस के जवान तैनात किए जाने की बात तय की गई है. चेतावनी दी गई है कि यदि कूलर, हीटर और सिलेंडर जैसी चीजें फिर मिली तो संबंधित छात्र के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी. डॉ. राहुल पटेल, सुपरिटेंडेंट पीसीबी हास्टल ताराचन्द से पकड़े गए संदिग्धों में एक माइकल की गाड़ी चलाता है. एक अन्य लड़का सत्यम सिंह भी मिला है जो गेस्ट हाऊस में हुए बवाल का आरोपी है. हास्टल में एक नकली पिस्टल भी मिली है. पीसीबी में मिली मारुती मर्डर केस में वांछित अभिषेक उर्फ नवनीत की बताई जा रही है. बृजेश श्रीवास्तव, एसपी सिटी