गारंटी के आधार पर बदमाशों को किराए पर दिए जाते हैं हथियार

किस्तों पर लेने के लिए चुकानी पड़ती है एक चौथाई डाउन पेमेंट

Meeerut : अगर किसी बदमाश को मेड इन मेरठ के हथियार की जरूरत है तो उसे हथियार किस्त या किराए पर भी मिल सकता है। बशर्ते कोई बदमाश गारंटर होना चाहिए। यह खुलासा लिसाड़ी गेट पुलिस की जांच में हथियार तस्कर इमरान ने किया। पुलिस ने उसे अवैध हथियार रखने के आरोप में जेल भेजा है। एसएसपी राजेश कुमार पांडे का कहना है कि जरा सी बात पर लोग हथियार निकालकर गोली मार देते हैं। जब इस बात की छानबीन की तो पता चला कि तस्कर से उधारी पर हथियार भी लिया जा सकता है। पेमेंट किस्तों पर हो जाती है।

ईमानदारी का खेल

पुलिस का कहना है कि छानबीन में निकल कर आया है कि जो बदमाश किस्तों में हथियार खरीदकर ले जाता है, वह उतनी ही इमानदारी से किस्तों का भुगतान भी करता है। इसलिए फैक्ट्री मालिक किश्तों में भी हथियार देने में संकोच नहीं करते हैं।

50 लाख्ा की उधारी

राधना, इंचौली, जानी, सरधना, लिसाड़ी गेट, समर गार्डन, खरखौदा, सरूरपुर, मवाना आदि स्थानों पर करीब 35 हथियार फैक्ट्री चल रही हैं और 200 लोग हथियारों की खरीद फरोख्त में लिप्त हैं। इन फैक्ट्रियों में हजारों की तादाद में हथियार तैयार किए जाते हैं। सूत्रों के मुताबिक फैक्ट्री मालिकों ने 50 लाख रुपये तक के हथियार उधारी पर बेच रखे हैं।

25भ्% डाउन पेमेंट

अगर किसी को 20 हजार रुपये का हथियार चाहिए तो उससे पहले पांच हजार रुपये की डाउन पेमेंट जमा करानी होती है। इसके बाद उसे किसी तस्कर या बदमाश की गारंटी देनी होगी। इसके बाद उसे हथियार उपलब्ध होगा। कुछ तस्कर हथियार को किराए पर भी देते हैं, लेकिन वह उनसे किराए के बदले मोटी रकम वसूलते है।

----------

कइर् प्रदेशों में कारोबार

दिल्ली, हरियाणा, पंजाब, मध्यप्रदेश, उत्तराखंड, यूपी में मेड इन मेरठ के हथियारों की सप्लाई की जाती है।

कई जगह फैक्ट्रियां

मेरठ में किठौर, मुंडाली, लावड़, कोतवाली, लिसाड़ी गेट, खरखौदा व अन्य स्थानों में हथियारों की मैन्यूफैक्चरिंग फैक्ट्रियां चल रही हैं।

गुर्गे करते हैं सौदा

पुलिस का कहना है कि ज्यादा तर हथियारों की फैक्ट्री चलाने वालों ने कमिशन के तौर पर गुर्गे रखे हुए है जो घंटाघर, कोतवाली, लिसाड़ी गेट अन्य स्थानों पर लोगों को मांग पर हथियार उपलब्ध कराते हैं।

---------

हथियारों की खरीद फरोख्त करने वालों की तलाश में क्राइम ब्रांच की टीम को लगा रखा है। छानबीन में निकल कर आ रहा है कि हथियार बनाने वाले तस्कर अब उधारी में भी हथियार दे रहे हैं, जिनका हत्या में इस्तेमाल होता है।

-राजेश कुमार पांडे, एसएसपी

Posted By: Inextlive