- हरियाणा से गोरखपुर लाया जा रहा था स्प्रिट व नकली रेपर

-ट्रक के पकड़े जाते ही गोरखपुर के दो व्यापारी हो गए फरार

GORAKHPUR: ट्रक में लाद कर हरियाणा से गोरखपुर लाई जा रही 60 ड्रम में 12 हजार लीटर स्प्रिट समेत अन्य सामान स्वाट टीम, बेलीपार पुलिस और आबकारी विभाग की संयुक्त टीम ने रविवार को डंवरपार के पास से बरामद किया। पुलिस ने ट्रक चालक को गिरफ्तार कर लिया है। ट्रक के पकड़े जाते ही गोरखपुर के दोनों शराब कारोबारी फरार हो गए। पुलिस उनकी तलाश में लगी हुई है।

फरार कारोबारियों की तलाश जारी

भारी मात्रा में स्प्रिट पकड़े जाने का खुलासा करते हुए एसपी क्राइम आलोक शर्मा ने बताया कि शराब माफियाओं द्वारा बाहर से स्प्रिट मंगाकर गोरखपुर में शराब बनाकर उसे बिहार भेजे जाने की सूचना पुलिस टीम को मिल रही थी। एसएसपी के निर्देश पर क्राइम ब्रांच और थाने की पुलिस और आबकारी विभाग की टीम लगी हुई थी। इस बीच रविवार को मुखबिर से सूचना मिली कि हरियाणा से भारी मात्रा में स्प्रिट लादकर एक ट्रक डंवरपार के पास पहुंच रहा है। क्राइम ब्रांच और बेलीपार थाने की पुलिस मौके पर पहुंच गई। मुखबिर की निशानदेही पर पुलिस ने ट्रक से 60 ड्रम स्प्रिट बरामद कर चालक को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने उसके कब्जे से बंटी-बबली के नकली रेपर 2500, ओआर कोड 3000, आईजीएल मुद्रित ढक्कन और छह किलो यूरिया बरामद किया। चालक की पहचान पटियाला के डहरिया शम्भू निवासी जज सिंह के रूप में हुई। पूछताछ में उसने बताया कि डंवरपार का अर्जुन जायसवाल और कोतवाली के नियामत चक निवासी सौरभ जायसवाल ने स्प्रिट एवं अन्य सामान मंगवाया था। पुलिस उनकी तलाश में उनके अड्डों पर छापेमारी करने पहुंची तो वह फरार मिले।

जीपीएस से होती निगरानी, ड्राइवर को देते थे कोड

एसपी क्राइम ने बताया कि अवैध शराब बनाने के कार्य में जुटे माफिया ट्रक में जीपीएस सिस्टम लगा कर उसकी निगरानी करते हैं। वह थोड़े-थोड़े समय पर ट्रक का लोकेशन लिया करते थे। पकड़े गए ट्रक में भी जीपीएस लगा हुआ था। ट्रक के पकड़े जाते ही इसकी जानकारी शराब माफियाओं को हो गई और वह फरार हो गए। उन्होंने बताया कि शराब लेकर बिहार जाने वाले वाहन में भी जीपीएस सिस्टम लगा रहता है। चालक को शराब की डिलेवरी के लिए एक कोड दिया जाता है। चालक दिए गए कोड पर शराब पहुंचा देता है।

Posted By: Inextlive