- राजीव नगर में कार्रवाई करने 100 जवानों और चार बुलडोजर के साथ सिटी मजिस्ट्रेट, सीओ और बीडीए की की टीम भी पहुंचे थी

- कॉलोनी तोड़े जाने से पहले ही गुर्गो के साथ पहुंचे विधायक, टीम से की अभद्रता

क्चन्क्त्रश्वढ्ढरुरुङ्घ :

सिटी मजिस्ट्रेट, सीओ, बीडीए वीसी और 100 से ज्यादा पुलिस-पीएसी के जवान सौ फिटा रोड पर स्थित अवैध राजीव नगर कॉलोनी को तोड़ने पहुंचे थे। साथ में चार बुलडोजर भी थे। लेकिन निर्माणाधीन घर का एक खंभा गिराकर उल्टे पांव लौट गए। बिथरी चैनपुर विधायक पप्पू भरतौल की प्रशासन के साथ अभद्रता और स्थानीय लोगों के विरोध के चलते टीम कुछ न कर सकी। विधायक और उनके साथ आए लोगों ने मीडिया के साथ भी अभद्रता भी की।

2017 में सील हुई थी कॉलोनी

बीडीए द्वारा अवैध कॉलोनियों के खिलाफ छेड़े गए अभियान की जांच के दौरान पता चला कि सौ फुटा रोड पर राजीव नगर कॉलोनी अवैध रूप से बसाई जा रही है। 2017 में बीडीए ने इस कॉलानी को सील भी कर दिया था। इसके बावजूद भी अवैध निर्माण जारी रहा। बीडीए द्वारा दिए गए नोटिस का भी कोई फर्क नहीं पड़ा।

दोपहर साढ़े बारह बजे पहुंची टीम

इसके बाद बीडीए ने कॉलोनी में बने अवैध मकानों पर बुल्डोजर चलवाने की तैयारी कर ली। थर्सडे दोपहर साढ़े बारह बजे बीडीए के अफसर भारी-भरकम फोर्स के साथ राजीवनगर पहुंच गए। साथ में सटी मजिस्ट्रेट अशोक कुमार शुक्ला, सीओ थर्ड अशोक मीणा और इज्जतनगर थाने के इंस्पेक्टर भूपेंद्र सिंह नागर साथ भी थे। टीम को देखते ही काम बंद

कॉलोनी में पुलिस-प्रशासन को देखते ही खलबली मच गई। मकानों में लगे लेबर ने काम बंद कर दिया। मकानों में रखा सामान भी निकालना शुरू कर दिया। इसी बीच अपने गुर्गो के साथ मौके पर पहुंचे विधायक बिथरी चैनुपर मौके पर पहुंच गए। विधायक और पब्लिक के विरोध के चलते कार्रवाई रुक गई।

बौना साबित हुआ प्रशासन

अवैध कॉलोनी को तोड़ने के लिए जितना दलबल गया था, वह स्थिति से निपटने के लिए पर्याप्त था, लेकिन सत्ताधारी विधायक की हनक और पब्लिक के विरोध के सामने बीडीए टीम और पुलिस प्रशासन बौना साबित हुआ। मात्र एक खंभा गिराकर दोपहर करीब दो बजे टीमें अपने बुल्डोजरों के साथ लौट गई।

Posted By: Inextlive