एक कहावत है कि मेढक को कभी जुकाम नहीं होता ऐसा मेढक के शरीर की बनावट की वजह से होता है. मंडूक आसन में हम भी अपनी बॉडी मेढक जैसा बनाते हैं.

इस आसन से हमारी इम्यून सिस्टम मजबूत होता है और डाइजेशन सिस्टम भी बेहतर होता है.
Steps

सबसे पहले पीठ सीधी रखते हुए वज्रासन में बैठ जाएं और दोनों हाथों की मुठ्ठी अंगूठा अंदर रखते हुए बंद करें. मुठ्ठी बंद करने के बाद जहां उंगुलियां मुड़ी होती हैं और उंगलियों के बीच जो गड्ढे बने होते हैं उनमें दूसरे हाथ के उभरे भाग को फंसा दें. अब हाथों की मुठ्ठी की तरफ देखते हुए इसे नाभि पर रखते हैं फिर सांस छोड़ते हुए आगे की तरफ झुकते हैं.झुकने के बाद नजर सामने और रीढ़ की हड्डी सीधी रखें. दोनों हाथ की मुठ्ठी से नाभि पर दबाव बनाते हुए सांस को रोकें और फिर सांस को सामान्य कर दें. पहले की पोजिशन में आ जाएं.


Benefits

मंडूक आसन इम्यून सिस्टम को स्ट्रांग बनाता है. अगर आपको अक्सर सर्दी-जुकाम हो जाता है तो इसे रेग्युलर करें.डायबिटीज, ओबेसिटी और गैस की प्रॉब्लम में यह फायदेमंद है.इसके रेग्युलर प्रैक्टिस से सांसें गहरी और लंबी होती हैं. 

Posted By: Surabhi Yadav