पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने सोशल मीडिया पर रवींद्रनाथ टैगोर की बातों को शेयर किया और खलील जिबरान का कोट बता दिया। इस गलती के बाद ट्विटर पर पीएम इमरान को लोगों ने बुरी तरह से ट्रोल किया।

कानपुर। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान को इन दिनों सोशल मीडिया पर एक बार फिर अपनी गलती के कारण आलोचनाओं का सामना करना पड़ रहा है। 19 जून, 2019 को पीएम इमरान खान ट्विटर को भारतीय कवि और संगीतकार रवींद्रनाथ टैगोर की एक प्रेरणादायक बात को लेकर ट्रोल होना पड़ा। दरअसल, उन्होंने अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट पर रवींद्रनाथ टैगोर द्वारा कही गई एक बात पोस्ट की लेकिन गलती से उस लेख का श्रेय उन्होंने खलील जिबरान को दे दिया।

Those who discover and get to understand the wisdom of Gibran's words, cited below, get to live a life of contentment. pic.twitter.com/BdmIdqGxeL

— Imran Khan (@ImranKhanPTI) 19 June 2019


गलती से लिख दिया दूसरे लेखक का नाम

इमरान ने ट्वीट किया, 'मैं सोया और मैंने सपना देखा कि पूरा जीवन ख़ुशी का नाम है। मैं जागा और देखा कि पूरा जीवन सेवा करना है। मैंने सेवा की और देखा कि सेवा में आनंद है।' हालांकि यह पोस्ट अंग्रेजी में लिखी गई थी। बता दें कि यह प्रेरणादायक बात रवींद्रनाथ टैगोर द्वारा कही गई थी लेकिन इमरान ने गलती से इस कोट के नीचे मशहूर कवी खलील जिबरान का नाम लिख दिया। इस पोस्ट के साथ इमरान ने लिखा, 'जो लोग जिब्रान की बातों समझते हैं, वह अपना पूरा जीवन संतुष्टि के साथ जी सकते हैं।'

Rabindranath Tagore quoted, "I slept and dreamt that life was joy. I woke and saw that life was service. I acted and behold, service was joy."
And PM of 'Naya Pakistan', Imran Khan thinks it is quoted by Gibran.🤦♀️#Pakistan, pls take care of yourself cause your PM has lost it! pic.twitter.com/hhmBJvD1Fu

— Sajeda Akhtar (@Sajeda_Akhtar) 19 June 2019>
दो हजार लोगों ने दी सलाह
इमरान के ट्विटर पोस्ट के अनुसार, यह बात लोकप्रिय लेबनान के लेखक खलील जिबरान ने कही थी लेकिन कुछ ही देर बाद उन्हें इसे लिखने वाले असली लेखक के बारे में पता चल गया। इस पोस्ट को ट्वीटर पर 4 हजार री-ट्वीट और 15 हजार से अधिक लाइक मिले। इसके अलावा लगभग दो हजार यूजर्स ने इमरान की पोस्ट पर कमेंट किया और गलती सुधारने की सलाह दी। लोगों ने ट्विटर पर उन्हें जमकर ट्रोल किया और तरह तरह की बात कही, जिन्हें आप देख सकते हैं।

Another gem from Imran Khan's trove of knowledge, shares Tagore's work and calls it work of Kahlil Gibran pic.twitter.com/ggujgodKaZ

— Observer (@upbeat_69) 19 June 2019


व्हाट्सएप की बात ट्विटर पर ना करें साझा   
एक ट्वीटर यूजर ताहा सिद्दीकी ने लिखा, 'प्रिय पीएम इमरान खान, हम सभी जानते हैं कि आपको चुनने में व्हाट्सएप की बड़ी भूमिका थी लेकिन वहां के मैसेज को यहां शेयर करना बंद कर दें, खासकर जब वे झूठे हों। यह खलील जिबरान की नहीं बल्कि रवींद्रनाथ टैगोर की कही बात है।' इसी तरह कई लोगों ने सोशल मीडिया पर इमरान खान का जमकर मजाक उड़ाया।

Dear PM @ImranKhanPTI. We all know #WhatsApp had a big role in getting you "selected" but stop putting the fwds u rcv there online, especially when they are false. Like this one, which has not been said by Kahlil Gibran but Rabindranath Tagore: https://t.co/UBcNSTmykv pic.twitter.com/ljdKlwuyJK

— Taha Siddiqui (@TahaSSiddiqui) 19 June 2019 

 

 

Posted By: Mukul Kumar