भारत बनाम आॅस्ट्रेलिया के बीच मेलबर्न में खेले जा रहे तीसरे टेस्ट के पहले दिन भारत मजबूत स्थिति में पहुंच गया। दिन का खेल खत्म होने तक टीम इंडिया ने दो विकेट के नुकसान पर 215 रन बना लिए। यही नहीं इस पारी में विराट को 50 आेवर बाद बैटिंग का मौका मिला। इस साल एेसा पहली बार हुआ है।


कानपुर। भारत बनाम ऑस्ट्रेलिया के बीच चार मैचों की टेस्ट सीरीज का तीसरा मैच मेलबर्न के एमसीजी में 26 दिसंबर से शुरु हो गया। भारतीय कप्तान विराट कोहली ने टाॅस जीतकर पहले बैटिंग का फैसला लिया। पहले दिन का खेल खत्म होने तक टीम इंडिया ने दो विकेट के नुकसान पर 215 रन बना लिए थे। ऑस्ट्रेलियाई दौरे पर भारत पहली बार इतनी मजबूत स्थिति में पहुंचा है। इसका पूरा श्रेय डेब्यूटेंट मयंक अग्रवाल को जाता है। दांए हाथ के ओपनर बल्लेबाज मयंक ने पहली पारी में शानदार 76 रन बनाए और आपको जानकर हैरानी होगी साल 2018 में पहली बार विदेशी जमीं पर विराट को टेस्ट में 50 ओवर बाद बैटिंग का मौका मिला। दरअसल मयंक 55वें ओवर में आउट हुए थे जब जाकर विराट मैदान पर आए।मयंक अग्रवाल ने डेब्यू पारी में लगाया अर्धशतक


बाॅक्सिंग डे टेस्ट में भारत ने टीम में कई बदलाव किए। दोनों ओपनर केएल राहुल और मुरली विजय इस टेस्ट मैच में नहीं खेले। उनकी जगह हनुमा विहारी और मयंक अग्रवाल को मौका दिया गया, हालांकि विहारी तो 8 रन बनाकर चलते बने मगर मयंक क्रीज पर इस कदर जम गए कि 55 ओवर तक कोई उन्हें आउट नहीं कर पाया। मयंक ने पुजारा के साथ मिलकर अर्धशतकीय साझेदारी निभाई। 55वें ओवर में पैट कमिंस की गेंद पर अग्रवाल 76 रन पर आउट हो गए। इसके बाद विराट को बल्लेबाजी का मौका मिला। इस साल भारत ने ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड और साउथ अफ्रीका का टेस्ट दौरा किया है और पहली बार है जब विराट 50 ओवर के बाद मैदान में आए। इससे पहले सभी टेस्ट मैचों में जल्दी विकेट गिर जाने के चलते कोहली को मजबूरी में पहले आना पड़ता था। ये है साल का 11वां विदेशी टेस्ट मैचइस साल भारत ने अभी तक विदेशी धरती पर कुल 10 टेस्ट मैच खेले और एमसीजी में खेला जा रहा 11वां टेस्ट है। पिछले सभी टेस्ट मैचों में भारतीय ओपनर पूरी तरह से फ्लाॅप रहे थे। भारत ने साल 2018 की शुरुआत साउथ अफ्रीका दौरे के साथ की थी जहां भारत को 1-2 से हार मिली वहीं इंग्लैंड में टीम इंडिया को 1-4 से करारी शिकस्त झेलनी पड़ी थी वहीं अब मौजूदा ऑस्ट्रेलिया दौरे में भारत चार मैचों की सीरीज में 1-1 की बराबरी पर है। भारत के विदेशी जमीं पर हार की एक बड़ी वजह ओपनिंग जोड़ी का फेल होना भी है।टेस्ट इतिहास में एक साल की सबसे खराब परफार्मेंस

एक कैलेंडर ईयर में भारतीय टेस्ट ओपनर्स की टेस्ट इतिहास की यह सबसे खराब परफार्मेंस है। एक साल (कम से कम 10 टेस्ट मैच) में भारतीय ओपनर्स का इस साल सबसे कम औसत रहा। 2018 में टेस्ट में भारतीय ओपनर्स ने 13 मैच खेलकर कुल 1217 रन बनाए। इस दौरान औसत 26.45 का रहा। साल 2002 के बाद टेस्ट में ओपनर्स का यह सबसे कम औसत है।2018 में इतने खिलाड़ियों ने भारत के लिए की टेस्ट ओपनिंग, एक को छोड़ सभी रहे फिसड्डीडेब्यू मैच में मयंक अग्रवाल ने इतने रन बना दिए, जितने सचिन, कोहली और धोनी मिलकर नहीं बना पाए थे

Posted By: Abhishek Kumar Tiwari