जम्‍मू कश्‍मीर में गठबंधन की सरकार को लेकर बनी संशयपूर्ण स्‍िथति को सुलझाने के लिए राज्‍यपाल ने पहल की है. आज राज्‍यपाल एनएन वोहरा के बुलावे पर पीडीपी की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती भी बातचीत करेंगी. वहीं बीजेपी का कहना है कि उसको दरकिनार करके जम्‍मू कश्‍मीर में सरकार बनाना जनता के साथ धोखे के अलावा कुछ नहीं होगा.


बीजेपी दूसरी सबसे बड़ी पार्टी


सूत्रों की माने तो जम्मू कश्मीर में पीडीपी एनसी और कांग्रेस के महागठबंधन से सरकार बनाने रणनीति तैयार हो रही है. ऐसे में दूसरे नंबर की सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरी बीजेपी के स्वर मुखर हो उठे हैं. बीजेपी ने कल खुलेआम विरोध जताया कि अगर जम्मू-कश्मीर में सरकार बनाने के लिए पीडीपी, एनसी और कांग्रेस का महागठबंधन होता है तो यह छल होगा. विधानसभा चुनावों में 25 सीटों के साथ दूसरे नंबर पर आने वाली पार्टी ने दावा किया कि राज्य में केवल बीजेपी के सपोर्ट से ही स्थिर सरकार बनाई जा सकती है. यही फैसला जनता की उम्मीदों पर खरा उतरने जैसा होगा. बीजेपी महासचिव राम माधव ने कहा कि पीडीपी के महागठबंधन के बारे में उन्होंने कहा ऐसे किसी गठबंधन के बनने के बारे में मुझे पता नहीं है, लेकिन अगर इस तरह का गठबंधन होता है तो यह राज्य की जनता के साथ धोखा होगा क्योंकि चुनावों के सबसे ज्यादा वोट बीजेपी को मिले हैं.कांग्रेस ने पीडीपी को किया आगाह

कांग्रेस ने जम्मू-कश्मीर में बीजेपी की ओर इशारा कर पीडीपी को सचेत करते हुए कहा कि उसे विश्वास है कि मुफ्ती मोहम्मद सईद ऐसा फैसला लेंगे, जो राज्य में बने 'वर्तमान राजनीतिक हालात' के लिए सबसे सही हो. राज्य की स्िथतियों को देखते हुए ही कोई बड़ा कदम उठायेंगे. प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सैफुद्दीन सोज ने कहा, निजी तौर पर वह सईद को एक खतरे के बारे में सचेत करना चाहेंगे, जो विकास के नाम पर यह दलील दे रहा है कि केंद्र में सत्ता होने का फायदा लेने के लिए पीडीपी को बीजेपी के साथ सरकार बनानी चाहिए. पीडीपी को बीजेपी की नियत को भांप कर ही कोई फैसला लेना चाहिए. ऐसे में पीडीपी बीजेपी के साथ्ा मिलकर सरकार बनाने के फैसले पर फिर से विचार कर रही है.

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Posted By: Satyendra Kumar Singh