उच्च शिक्षा में आधी आबादी का दबदबा : राम नाईक
राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय के तेरहवें दीक्षांत समारोह में उत्तर प्रदेश के गवर्नर व चांसलर ने उपलब्धियां बताई
ALLAHABAD: उच्च शिक्षा के क्षेत्र में डेढ़ वर्ष से बहुत बदलाव आ रहा है। परीक्षाओं की शुचिता को नकल के जरिए तार-तार किया जा रहा था, जिस पर अब काबू पा लिया गया है। प्रदेश के 28 विश्वविद्यालयों का चांसलर हूं जहां डेढ़ साल से रेगुलर दीक्षांत समारोह का आयोजन हो रहा है। इसमें सबसे बड़ी बात यही देखने को मिली है कि उच्च शिक्षा के क्षेत्र में आधी आबादी का दबदबा बढ़ता जा रहा है। यह बातें मंगलवार को उप्र राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय के फाफामऊ स्थित मुख्यालय में आयोजित तेरहवें दीक्षांत समारोह के दौरान चांसलर व प्रदेश के गर्वनर राम नाईक ने कही। तीन-तीन वर्ष तक आयोजन नहींचांसलर श्री नाईक ने बताया कि प्रदेश के 28 विश्वविद्यालयों में तीन-तीन वर्ष तक दीक्षांत समारोह का आयोजन नहीं होता था। इसकी वजह से मेधावियों का मनोबल टूटता जा रहा था। लेकिन नौ सितम्बर 2017 को दीक्षांत समारोह आयोजन के बाद अनवरत चल रहा है।
09 सितम्बर 2017 से 19 मई 2018 के बीच 26 विश्वविद्यालयों में दीक्षांत समारोह का आयोजन किया गया था। 28 विश्वविद्यालयों में 24 अगस्त से समारोह की शुरुआत हुई है। समापन 15 नवम्बर को होगा। 1560375छात्र-छात्राओं को डिग्री प्रदान की गई
797646 रही मेडल पाने वाली छात्राओं की संख्या 1653 मेधावियों को गोल्ड मेडल प्रदान किया गया 1085 गोल्ड मेडल आधी आबादी यानि छात्राओं के खाते में दर्ज किया गया