RANCHI : रिम्स के स्क्रैप पर अब चोरों की नजर है। बिक्री के लिए रखे गए लाखों के स्क्रैप पर धीरे-धीरे हाथ साफ कर रहे हैं। इसका खुलासा उस वक्त हुआ जब टेंडर लेने वाली एजेंसी स्क्रैप को उठाने के लिए पहुंची। उन्होंने देखा कि कई स्क्रैप गायब हैं। इतना ही नहीं रिम्स से कई सामानों के गायब होने की भी जानकारी मिली। एजेंसी ने इसकी शिकायत रिम्स प्रशासन से की। उन्होंने बताया कि जिस रेट पर उन्होंने टेंडर लिया था, उस हिसाब से स्क्रैप नहीं है। ज्यादातर स्क्रैप की सेंधमारी हो चुकी है। ऐसे में उन्हें नुकसान उठाना पड़ेगा, पर अधिकारियों ने उसकी बातों को अनसुना कर दिया। बताते चलें कि रिम्स से निकलने वाले स्क्रैप के लिए 2012 में ही टेंडर किया गया था।

चल रहा था विवाद

2012 में स्क्रैप को हटाने के लिए टेंडर किया गया था। जिसम एजेंसी ने टेंडर हासिल किया और सामान का उठाव शुरू हो गया। इस बीच रिम्स प्रबंधन ने स्क्रैप उठाने पर रोक लगा दी और कहा कि जितना का टेंडर हुआ है उतना सामान एजेंसी ले जा चुकी है। इसके बाद एजेंसी ने कोर्ट में केस कर दिया। केस का फैसला भी एजेंसी के हक में आया। इसके बाद जब एजेंसी कबाड़ उठाने पहुंची तो सामान अपनी जगह से गायब मिले। वहीं कुछ सामान मिट्टी के नीचे दब गए है। जिसे मजदूर लगाकर निकालने का काम जारी है। प्रबंधन और एजेंसी के बीच विवाद में एजेंसी के लाखों रुपए पानी में चले गए।

Posted By: Inextlive