ALLAHABAD : इनकम टैक्स डिपार्टमेंट की टीम ने ट्यूजडे को जीवन ज्योति ग्रुप के यूपी और दिल्ली में स्थित 15 ठिकानों पर एक साथ छापा मारा. ये छापे दिल्ली और गोरखपुर में एक-एक स्थान और इलाहाबाद में 13 स्थानों पर पड़े. बाई का बाग स्थित जीवन ज्योति हॉस्पिटल में छापा मारने के लिए पहुंची टीम की जमकर पिटाई हुई. बाथरूम और कमरे में छिपने वाले इंस्पेक्टर को पीट-पीट कर लहूलुहान कर दिया गया. इसके बाद बाकी सदस्यों ने भागने की कोशिश की तो उन्हें एक कमरे में बंद कर दिया गया. उनकी गाडिय़ों के शीशे तोड़ डाले गए. पुलिस ने घंटों मशक्कत के बाद इनकम टैक्स टीम को हॉस्पिटल से निकालकर हॉस्पिटल पहुंचाया.


सुबह पहुंची थी टीम इनकम टैक्स इंस्पेक्टर एके चटर्जी, इंस्पेक्टर रमेश सिंह, इंस्पेक्टर एके शुक्ला के नेतृत्व में टीम आज सुबह दस बजे जीवन ज्योति हॉस्पिटल में रेड डालने पहुंची थी। जांच में पता चला कि हॉस्पिटल के फोर्थ फ्लोर पर एक रूम में ऑफिस है। इनकम टैक्स टीम वहीं जांच के लिए सीधे पहुंच गई। टीम ने ऑफिस में रखे डॉक्यूमेंट्स के साथ कम्प्यूटर की डिटेल खंगालनी शुरू कर दी। ऑफिसर जांच में जुटे थे कि अचानक 30-40 की संख्या में लोगों ने उन पर हमला कर दिया। इससे पहले कि वे कुछ समझ पाते, एक-एक करके उन्हें पीटा जाने लगा। अपने को सुरक्षित करने के लिए टैक्स इंस्पेक्टर नीचे की तरफ भागे और बीच रास्ते में रोक कर उनकी लात-घूंसे से पिटाई की गई। बंधक बना लिया
कुछ लोग बचने के लिए बाथरूम और कमरे में छिपे तो बाहर से दरवाजा बंद कर दिया गया। बाथरूम में छिपे इंस्पेक्टर एके चटर्जी को बदमाशों ने निकाला और लाठी डंडे से पीटा। उनका सिर फट गया। हाथ और पैर में गंभीर चोटें आईं। साथियों ने किसी तरह उन्हें निकाला। इसके बाद चुन-चुन कर इनकम टैक्स ऑफिसर्स की पिटाई की गई। दरवाजा तोडऩा पड़ा


कुछ इंस्पेक्टर हॉस्पिटल के पीछे बनी आई क्लीनिक में छिप गए। कुछ कमरे में बंधक बने रहे। इसकी जानकारी मिलते ही सीओ बैरहना, सीओ कोतवाली, एसओ कीडगंज, एसओ मुट्ठीगंज व एसओ अतरसुइया टीम के साथ पहुंच गए। टीम को फोर्थ फ्लोर पर एक कमरे में इंस्पेक्टर बंद मिले। बाहर से ताला बंद था। पुलिस ने हथौड़े से दरवाजा तोड़ा और अंदर पहुंची। इसके बाद इंस्पेक्टर मुक्त हुए। जांच करती रही टीम

पुलिस ऑफिसर उस कमरे में भी पहुंचे जहां इनकम टैक्स टीम के साथ मारपीट हुई थी। वहां सामान बिखरा मिला। शीशे के दरवाजे तोड़ दिए थे। कमरे का नजारा बता रहा था कि कुछ देर पहले वहां क्या हुआ था। अंदर बने रूम में एक  डॉक्टर मिले जिनसे पुलिस ऑफिसर ने पूछताछ की। अभी तक इनकम टैक्स से जुड़े कुछ ही लोग पुलिस को मिले थे। अन्य लोगों का पता नहीं चल पा रहा था। कुछ का फोन भी स्वीच ऑफ हो चुका था। हॉस्पिटल की खाक छानने के बाद करीब डेढ़ बजे पुलिस आई डिपार्टमेंट पहुंची जहां इंजर्ड इंस्पेक्टर मिले। इनकम टैक्स टीम के साथ इस तरह की घटना से सभी स्तब्ध थे। जानकारी मिलते ही सुधांशु धर मिश्रा भी अपनी टीम के साथ पहुंच गए। उन्होंने उस कमरे में जाकर जांच की टीम मेम्बर्स से मारपीट हुई थी।
सीज कर दिया गया कमरा इनकम टैक्स ऑफिसर ने तत्काल कार्रवाई करने का फैसला लिया। ऑफिसर के आदेश पर जिस रूम में डॉक्यूमेंट्स रखे थे उसे कीडगंज पुलिस ने सीज कर दिया। पुलिस ने बताया कि अभी मामले की जांच की जा रही है। देर शाम तक हॉस्पिटल में छापे की कार्रवाई चलती रही। क्या गायब करना चाहते थे?जख्मी इनकम टैक्स इंस्पेक्टर ने मीडिया को बताया कि वह अंदर डॉक्यूमेंट चेक कर रहे थे तभी कुछ लोग अंदर घुसे। उन्होंने पूछा, यहां क्या कर रहे हो? मेरी बहन मर गई तब क्यों नहीं आए। इतना कहते हुए उन्होंने हमला कर दिया। दरअसल जिस समय इनकम टैक्स रेड कर रही थी उसी समय हॉस्पिटल में एक पेशेंट की मौत हो गई थी। इनकम टैक्स टीम पर हमला करने वाले पेशेंट के घर वाले होने का हवाला दे रहे थे। लेकिन, चुन-चुन कर सिर्फ इनकम टैक्स टीम के सदस्यों को ही मार रहे थे। चर्चा रही कि हमला कंप्यूटर की हार्डडिस्क और कुछ डॉक्यूमेंट्स ऑफिसर्स की नजर से हटाने के लिए किया गया। मीडिया पर भी हमला
इनकम टैक्स डिपार्टमेंट के रेड की खबर मिलते ही इलाहाबाद के मीडियाकर्मी हॉस्पिटल पहुंच गए। फोटोग्राफर भी जीवन ज्योति हॉस्पिटल के फोर्थ फ्लोर पर पहुंच गए। उन्होंने कुछ लोगों को इनकम टैक्स डिपार्टमेंट की गाडिय़ों की तोड़-फोड़ होते देखा तो फोटो खींचने लगे। यह देखकर हमलावर और हॉस्पिटल के गाड्र्स ने फोटोग्राफरों को टॉरगेट बना लिया। छह फोटोग्राफर हॉस्पिटल में घिर गए। हमलावरों ने उन पर पत्थर से हमला कर दिया। वे छत से नीचे उतरने की कोशिश में लगे तो गेट का दरवाजा बंद कर दिया गया। दो फोटोग्राफर पत्थर लगने से चोटिल हो गए। मैं बाथरूम में छिपा था। लेकिन, उन्होंने मुझे वहां से निकालकर पीटा। सिर से खून निकल रहा है। एके चटर्जी, इनकम टैक्स इंस्पेक्टरबदमाशों का टारगेट हम लोग थे। उन्हें पता था कि हम लोग कौन हैं। इसमें हॉस्पिटल का पूरा स्टॉफ साथ दे रहा था। रमेश सिंह, इनकम टैक्स इंस्पेक्टरकुछ समझ में नहीं आ रहा था। हमला होते ही पीछे के रास्ते भागे। बदमाशों ने हमारी गाडिय़ों को भी तोड़ डाला। जो मिला उसे पीटा। प्रवीण, टीम मेम्बर पीटने के दौरान वे कह रहे थे कि मेरी बहन को देखने आए थे। मेरा मोबाइल भी छीन लिया। बैग भी गायब था लेकिन बाद मेरे साथियों को मिल गया। एके शुक्ला, इनकम टैक्स इंस्पेक्टर

Posted By: Inextlive