भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया होनी है आरंभ, मेरठ में खसरों की डिटेल नहीं दे पा रहा कॉरपोरेशन

करीब 35 हेक्टेयर भूमि का मेरठ में होगा अधिग्रहण, 30 हेक्टेयर में बनेगा डिपो

Meerut। रैपिड रेल ट्रांजिट सिस्टम (आरआरटीएस) को लेकर भले ही केंद्र सरकार से लेकर राज्य सरकार कड़ी कवायद कर रही हो किंतु मेरठ में अभी तक भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू नहीं की जा सकी है। निर्माणी संस्था नेशनल कैपिटल रीजन ट्रांसपोर्ट कॉरपोरेशन (एनसीआरटीसी) ने एडीएम भूमि अध्याप्ति कार्यालय को अभी तक अधिग्रहण की जाने वाली जमीन की डिटेल नहीं सौंपी है।

जरा समझ लें

दिल्ली-मेरठ रैपिड रेल कॉरीडोर जनपद के विभिन्न हिस्सों से होकर गुजरेगी तो वहीं बड़ा हिस्सा शहर के बीचोबीच से होकर गुजरेगा। इसको लेकर एनसीआरटीसी ने गत दिनों कमिश्नर अनीता सी मेश्राम को मेरठ में करीब 35 हेक्टेयर भूमि के अधिग्रहण का ब्योरा सौंपा था। जिसमें 30 हेक्टेयर में आरआरटीएस के डिपो का निर्माण होना है तो वहीं 5 हेक्टेयर में विभिन्न स्टेशन्स का निर्माण होना है। हालांकि एलीवेटेड कॉरीडोर दिल्ली से मेरठ तक एनएच-58 के सेंट्रल वर्ज से गुजरेगा। कमिश्नर के निर्देश पर अधिग्रहण की कार्यवाही आरंभ करने के लिए भूमि अध्याप्ति विभाग को एक्टिव हो गया किंतु एनसीआरटीसी का रवैया लचर ही रहा।

नहीं दिया संपत्ति का ब्योरा

एडीएम एलए ज्ञानेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि एनसीआरटीसी ने अभी अधिग्रहण की जाने वाली संपत्ति का ब्योरा नहीं दिया है। बता दें कि गत दिनों कॉरपोरेशन के प्रतिनिधि ने एक एलाइंगमेंट विभाग को सौंपा था जिसमें अधिग्रहण की जाने वाली भूमि का ब्योरा नहीं था। न ही खसरा नंबर और न ही राजस्व विभाग का नक्शा था। एलाइंगमेंट के आधार से अधिग्रहण की जाने वाली जमीन की पहचान करना मुश्किल होगा।

एक नजर में

12 स्टेशन-मेरठ जनपद सीमा में

1-आरआरटीएस डिपो

35 हेक्टेयर-कुल आवश्यक भूमि

30 हेक्टेयर-डिपो के लिए (प्रस्तावित साइट मोदीपुरम)

5 हेक्टेयर-12 रैपिड रेल स्टेशन्स के लिए

एनसीआरटीसी द्वारा अधिग्रहण की जाने वाली भूमि का ब्योरा नहीं दिया है। खसरा नंबर आदि मुहैया कराने के लिए बाद भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया आरंभ की जाएगी।

ज्ञानेंद्र कुमार सिंह, एडीएम एलए, मेरठ

मेरठ जनपद में भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया आरंभ होनी है। कॉरपोरेशन संबंधित जमीन का ब्योरा जुटा रहा है। जल्द ही खसरों की जानकारी दे दी जाएगी।

सुधीर कुमार शर्मा, सीपीआरओ, एनसीआरटीसी

Posted By: Inextlive