Patna: आपकी ट्रेनिंग हो चुकी है. जूडिशियरी में टाइम मैनेजमेंट मायने रखता है. आप दिन में जॉब कर जजमेंट सुनाएं और रात में स्टडी करें. बड़े-बड़े डिसीजंस को देखिए उन्हें पढि़ए और समझिए.


सिविल जज का इंडक्शन ट्रेनिंग प्रोग्रामसुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस पी सदाशिवम ने जूनियर डिवीजन के सिविल जज के इंडक्शन ट्रेनिंग प्रोग्राम में कहीं। इससे पूर्व वे बिहार ज्यूडिशियल अकादमी के न्यू बिल्डिंग में आए, जहां उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। चीफ सदाशिवम ने सुप्रीम कोर्ट व पटना हाईकोर्ट के अन्य जस्टिस के साथ पाटलि पौधारोपण भी किया। आपको ऑनेस्ट रहना होगा
27वें बैच के जूनियर डिवीजन के सिविल जज को एड्रेस करते हुए उन्होंने कहा कि महिला व बच्चों से संबंधित मामले का निबटारा जल्द करें। आपको ऑनेस्ट होना चाहिए। बगैर किसी से प्रभावित हुए डिसीजन सुनाना चाहिए। उन्होंने कहा कि जूडिशियल मजिस्ट्रेट को सामाजिक परिवेश को समझना जरूरी है। इस मौके पर जस्टिस ज्ञान सुधा मिश्रा, जस्टिस आरएम लोढ़ा, जस्टिस एसजे मुखोपाध्याय तथा पटना हाईकोर्ट की चीफ जस्टिस रेखा एम दोषित ने भी अपने विचार रखे। कार्यक्रम में वेलकम एकेडमी के चेयरमैन बीएन सिन्हा, संचालन एकेडमी के डायरेक्टर जितेंद्र मोहन शर्मा व पटना हाईकोर्ट के जस्टिस नवनीत प्रसाद सिंह भी मौजूद थे।

Posted By: Inextlive