विश्व कप में क्वालीफाई करने का लक्ष्य बनाकर एशिया कप में उतरी भारतीय युवा हॉकी टीम अपने मिशन में कामयाब रही. शुक्रवार को सेमीफाइनल मुकाबले में उसने मेजबान मलेशिया को 2-0 से हराते हुए टूर्नामेंट के फाइनल में जगह बनाई. हालांकि भारत इस जीत के पहले ही दक्षिण कोरिया के हाथों पाकिस्तान की हार के साथ ही अगले वर्ष नीदरलैंड्स में होने वाले विश्व कप के लिए क्वालीफाई कर चुका था. मलेशिया भी इस हार के बावजूद विश्व कप में क्वालीफाई करने में सफल रहा.


पहला गोल रघुनाथ के नाममलेशिया के खिलाफ भारत ने दोनों हाफ में एक-एक गोल किए. पहला गोल आठवें मिनट में रघुनाथ ने पेनाल्टी कॉर्नर पर किया, जबकि 60वें मिनट में मनदीप सिंह ने रमनदीप सिंह के बेहतरीन पास पर मैदानी गोल करके भारत को 2-0 की निर्णायक बढ़त दिलाई. एशिया कप के खिताब के लिए भारत का मुकाबला रविवार को दक्षिण कोरिया से होगा, जिसने पहले सेमीफाइनल में पाकिस्तान को 2-1 से हराया. तीन बार की चैंपियन कोरिया ने दोनों हाफ में एक-एक गोल किए.भारत के नाम दो बार खिताब


पाकिस्तान ने अपना एकमात्र गोल दूसरे हाफ में किया. पाकिस्तान ने भी कोरिया की तरह सबसे अधिक तीन बार यह खिताब जीता है, जबकि भारत ने यह खिताब दो बार अपने नाम किया है. इस हार के साथ पाकिस्तान 2014 विश्व कप से बाहर हो गया. पाकिस्तान को विश्व कप में जगह बनाने के लिए यह खिताब जीतना जरूरी था. यह पहली बार होगा जब पाकिस्तान विश्व कप में नहीं खेलेगा. विश्व कप की शुरुआत 1971 में बार्सिलोना में हुई थी, तब से पाकिस्तान लगातार इसमें भाग ले रहा था. इस हार के बाद पाकिस्तान के कोच ने इस्तीफा दे दिया.

‘टीम के प्रदर्शन से मैं बेहद खुश हूं. लडक़ों ने मैच में पूरा जोश दिखाया. हमने मैच में मिले पहले मौके का फायदा उठाया. मलेशियाई टीम अच्छी है और हमें मालूम था कि यह कड़ा मैच होगा. मेरे हिसाब से यह टूर्नामेंट में हमारा अब तक का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन रहा.’  -रोलेंट ओल्टमैंस (भारतीय कोच)

Posted By: Satyendra Kumar Singh