अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति आईओसी प्रमुख थॉमस बाक ने कहा है कि अगर भारत आचार संहिता का पालन नहीं करता तो उसे ओलंपिक से बाहर किए जाने का ख़तरा है.


भारतीय ओलंपकि संघ की चुनावी प्रक्रिया में सरकारी हस्तक्षेप के बाद पिछले साल  भारत को निलंबित कर दिया गया था.आईओसी ने भारतीय ओलंपिक संघ से मांग की थी चुनाव में उन अधिकारियों को शामिल नहीं किया जाए जिन पर  आपराधिक मुकदमें चल रहे हैं. आईओसी का ताज़ा अल्टिमेटम ऐसे वक्त आया है जब दोनो पक्षों के बीच गतिरोध जारी है.रविवार को भारतीय ओलंपिक संघ अपनी एक बैठक में भविष्य की रणनीति पर विचार करेगा.लटकती तलवारथॉमस बाक ने समाचार एजेंसी एसोसिएटड प्रेस से बातचीत में कहा, “(ओलंपिक) चार्टर साफ़ है. अगर निलंबन से कोई हल नहीं निकलता तो मान्यता वापस लेने की प्रक्रिया के लिए कदम उठाए जाएंगे.”दक्षिण अफ़्रीका के बाद ये पहला मौका है कि जब किसी देश पर ओलंपिक से बाहर किए जाने की तलवार लटक रही है.
दक्षिण अफ़्रीका में सरकारी रंगभेद नीति के कारण उसे वर्ष 1968 से 1988 में ओलंपिक से बाहर कर दिया गया था.बाक ने कहा, “हमें कठोर होने की ज़रूरत है ताकि सुशासन के नियमों का पालन सुनिश्चित किया जा सके.”पिछले साल लंदन में हुए ओलंपिक में भारत को दो रजत और चार कांस्य पदक जीते थे.

Posted By: Subhesh Sharma