वैज्ञानिकों के पास ही देश की समस्याओं का हल है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी देश के वैज्ञानिकों पर भरोसा करते हैं। यह बातें विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री हर्षवर्धन ने कहीं। वह गोमती नगर रेलवे ग्राउंड में शुक्रवार से शुरू हुए चौथे इंडिया इंटरनेशनल साइंस फेस्टिवल का शुभारंभ अवसर पर बोल रहे थे।

 * केंद्रीय मंत्री हर्षवर्धन ने किया साइंस फेस्टिवल का शुभारंभ
 * आठ अक्टूबर तक राजधानी में रहेगा वैज्ञानिकों का जमावाड़ा
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LUCKNOW : विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री हर्षवर्धन ने कहा कि अब देश से ब्रेन ड्रेन नहीं हो रहा है। विदेशों से वैज्ञानिक वापस आकर अपने देश के लिए नई खोज में जुटे हैं। उन्होंने कहा कि इस विज्ञान महोत्सव का पहला सत्र भी युवा वैज्ञानिकों के नाम होगा। देश की 65 प्रतिशत आबादी युवा है। इस महोत्सव के दौरान मौजूद वैज्ञानिकों से युवा वैज्ञानिकों को सीखने का मौका मिलेगा। उद्घाटन अवसर पर उप मुख्यमंत्री दिनेश शर्मा भी मौजूद रहे। इस दौरान डॉक्टर मीनाक्षी मुंशी, डॉक्टर रेनू स्वरूप, डॉक्टर आशुतोष शर्मा ने भी अपने विचार प्रस्तुत किए।
उमड़ी भारी भीड़
साइंस फेस्टिवल के दौरान शुक्रवार को गोमती नगर के रेलवे ग्राउंड और इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में भारी भीड़ उमड़ी। इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में बिना पास इंट्री नहीं थी। यहां पर देश भर से आए विभिन्न संस्थानों के टॉप के वैज्ञानिकों ने शिरकत कर विज्ञान को बढ़ावा देकर देश निर्माण पर चर्चा की।
देश भर से आए बच्चे
साइंस फेस्टिवल के तहत नेशनल बाटेनिकल रिसर्च इंस्टीट्यूट (एनबीआरआई) में साइंस विलेज बनाया गया है। जिसमें भाग लेने के लिए देश के कई प्रदेशों के बच्चे आए हैं। जिन्हें एपीजे अब्दुल कलाम, सर चंद्रशेखर वेंकट रमन, होमी जहांगीर भाभा, हर गोबिंद खुराना, जगदीश चंद्र बोस के नाम पर बने हाल में डॉ। प्रदीप कुमार, पंकज प्रसून ने विज्ञान के बारे में जानकारी दी।

भारत निर्माण पर प्रोजेक्ट

अंतरराष्ट्रीय विज्ञान महोत्सव के नव भारत निर्माण कार्यक्रम में देश भर के युवा वैज्ञानिकों ने लोगों को अपने प्रोजेक्ट से रूबरू कराया। इस प्रोग्राम की कोऑर्डिनेटर अलका शर्मा ने बताया कि इन सभी प्रोजक्ट में से 50 प्रोजेक्ट चुनकर उन्हें बनाने वालों को सम्मानित किया जाएगा।

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विज्ञान के चमत्कारों से रूबरू होने का मौका

Posted By: Shweta Mishra