अमेरिका से बातचीत के पहले भारत ने साफ कर दिया है कि वह रूस और ईरान के साथ डील पर पीछे नहीं हटेगा।

न्यूयॉर्क (आईएएनएस)। अमेरिका के साथ 2+2 डायलॉग से पहले मंगलवार को भारत ने यह संकेत दिया है कि वह रूस और ईरान के साथ डील पर पीछे नहीं हटेगा। भारत का कहना है कि अमेरिका को इस बारे में कोई भी निर्णय लेने से पहले आपसी तालमेल की बात को ठीक से समझना चाहिए। भारत के इस बयान पर अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोंपियो ने कहा है कि रूस के साथ मिसाइल सिस्टम या ईरान के साथ तेल खरीद जैसे भारत के समझौतों से दोनों देशों के बीच होने वाले 2+2 डायलॉग समिट पर कोई असर नहीं पड़ेगा।  
व्यापार संबंध होंगे मजबूत
बता दें कि माइक पोंपियो और अमेरिका के रक्षा मंत्री जिम मैटिस इस हफ्ते गुरुवार को भारतीय विदेश मंत्री सुषमा स्वराज और रक्षा मंत्री निर्मला सीतारामन के साथ नई दिल्ली में एक बैठक करेंगे। माइक पोंपियो ने मंगलवार को कहा 'भारत और अमेरिका के बीच होने वाले 2+2 डायलॉग समिट में ऐसे मुद्दों पर चर्चा की जाएगी, जो 20, 30, 40 और 50 सालों से लंबित हैं।' उन्होंने कहा कि हमें उम्मीद है कि इस वार्ता के बाद हम केवल राजनयिक और सैन्य क्षेत्रों को ही नहीं बल्कि व्यापार संबंधों को भी मजबूत कर सकते हैं।'

एयर डिफेंस मिसाइल सिस्टम खरीदने की योजना

गौरतलब है कि अमेरिका की तरफ से डील को कैंसल करने के दबाव के बावजूद भारत ने रूस से पांच एडवांस्ड एस-400 नाम का एयर डिफेंस मिसाइल सिस्टम खरीदने की योजना बनाया है, जिसकी अनुमानित लागत करीब 40,000 करोड़ रुपये है। इसके बाद भारत ने ट्रंप द्वारा लगाए गए प्रतिबंधों के खतरे के बावजूद ईरान से तेल खरीदने के कारोबार को जारी रखने पर विचार कर रहा है। हाल ही में ईरान से तेल आयात को लेकर सरकार ने कहा था कि अमेरिका के दबाव में आकर भारत ईरान से तेल आयात पर रोक नहीं लगाने वाला है।

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Posted By: Mukul Kumar