2018 में इतने खिलाड़ियों ने भारत के लिए की टेस्ट आेपनिंग, एक को छोड़ सभी रहे फिसड्डी
कानपुर। भारत बनाम ऑस्ट्रेलिया के बीच चार मैचों की टेस्ट सीरीज का तीसरा टेस्ट बुधवार को मेलबर्न के एमसीजी में खेला जाएगा। इस टेस्ट के लिए भारतीय टीम का एलान हो गया जिसमें ओपनर बल्लेबाज केएल राहुल और मुरली विजय को टीम में शामिल नहीं किया गया है। इन दोनों की टीम से छुट्टी इसलिए हुई कि पिछली चार टेस्ट पारियों में दोनों पूरी तरह से फ्लाॅप रहे। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पिछले दो टेस्ट में मुरली ने जहां 11, 18, 0, और 20 रन बनाए वहीं राहुल के बल्ले से 2, 44, 2 और 0 रन निकले। इतनी खराब बैटिंग के बाद इन दोनों का टीम से बाहर निकलना तय था।
आंकड़ों पर नजर डालें तो साल 2018 में टेस्ट में भारतीय ओपनर्स का रिकाॅर्ड कुछ खास नहीं रहा। इस साल टीम इंडिया ने टेस्ट में कुल 5 ओपनर बल्लेबाज बदले जिसमें एक को छोड़ सभी फिसड्डी रहे। इनमें केएल राहुल, मुरली विजय, शिखर धवन, पार्थिव पटेल और पृथ्वी शाॅ शामिल हैं, हालांकि शाॅ को जितना मौका मिला, उन्होंने इसका पूरा फायदा उठाया। युवा भारतीय बल्लेबाज शाॅ ने वेस्टइंडीज के खिलाफ दो टेस्ट खेले जिसमें तीन पारियों में 118.50 की औसत से 237 रन बनाए। इसमें एक शतक और एक अर्धशतक शामिल है।
एक कैलेंडर ईयर में भारतीय टेस्ट ओपनर्स की टेस्ट इतिहास की यह सबसे खराब परफार्मेंस है। एक साल (कम से कम 10 टेस्ट मैच) में भारतीय ओपनर्स का इस साल सबसे कम औसत रहा। 2018 में टेस्ट में भारतीय ओपनर्स ने 13 मैच खेलकर कुल 1217 रन बनाए। इस दौरान औसत 26.45 का रहा। साल 2002 के बाद टेस्ट में ओपनर्स का यह सबसे कम औसत है।बाॅक्सिंग डे टेस्ट के लिए टीम इंडिया से बाहर हुए दोनों ओपनर, जानें कौन नया खिलाड़ी हुआ शामिलजानें भारत ने कितनी बार खेला है बाॅक्सिंग डे टेस्ट ?आज तक है जीत का इंतजार