वेस्टइंडीज के खिलाफ शुरुआती दो वनडे मैचों के लिए भारतीय टीम का एलान हो गया। टेस्ट टीम से चार खिलाड़ियों को बाहर कर वनडे टीम चुनी गई है। बाहर होने वाले खिलाड़ियों में एक चेतेश्वर पुजारा हैं जिन्होंने 5 साल में सिर्फ 5 वनडे खेले हैं।


कानपुर। भारत बनाम वेस्टइंडीज के बीच पांच वनडे मैचों की सीरीज का आगाज 21 अक्टूबर से गुवाहाटी में होगा। शुरुआत दो वनडे मैचों के लिए भारतीय टीम का एलान कर दिया गया है। इस टीम में टेस्ट खेल रहे चार खिलाड़ियों को बाहर कर दिया गया, जिसमें पृथ्वी शॉ, अजिंक्य रहाणे, आर अश्विन और चेतेश्वर पुजारा हैं। पुजारा को छोड़ दिया जाए तो अश्विन और रहाणे को तो वनडे खेलने का अनुभव है वहीं शॉ को वनडे डेब्यू का इंतजार है मगर चेतेश्वर इस मामले में काफी अनलकी हैं। पुजारा को टेस्ट प्लेयर कहा जाता है ऐसे में वनडे टीम में उनकी जगह कभी नहीं बन पाई।5 साल में सिर्फ 5 वनडे खेले


पुजारा पर टेस्ट प्लेयर का ठप्पा इसलिए भी लगा, क्योंकि सीमित ओवर में उनके खेलने का मौका ही नहीं मिला। साल 2013 में वनडे डेब्यू करने वाले पुजारा को पिछले पांच सालों में सिर्फ पांच वनडे ही खेलने को मिले, इसमें उन्होंने 10.20 की औसत से सिर्फ 51 रन बनाए। वहीं टी-20 इंटरनेशनल की बात करें तो उन्हें टीम में जगह तक नहीं मिली।टेस्ट में विराट की तरह है औसत

30 साल के दाएं हाथ के बल्लेबाज चेतेश्वर पुजारा का टेस्ट रिकॉर्ड बहुत शानदार है। 2010 में टेस्ट डेब्यू करने वाले पुजारा ने पिछले आठ सालों में भारत की तरफ से 64 टेस्ट मैच खेले जिसमें उनके नाम 4905 रन दर्ज हैं। इस दौरान उनके बल्ले से 15 शतक और 19 अर्धशतक निकले। अब अगर एवरेज की बात करें तो इस बल्लेबाज का औसत कोहली के आसपास ही है। पुजारा ने टेस्ट में 49.54 की औसत से रन बनाए हैं।मुश्किलों भरा रहा पुजारा का करियर

पुजारा के लिये उनका सात साल का अंतरराष्ट्रीय करियर 2015 तक मुश्किलों भरा रहा। शुरूआती चरण में उन्हें घुटने की चोट का सामना करना पड़ा। वह छह महीने तक क्रिकेट से दूर रहे फिर दोबारा मैदान में वापसी तो की। मगर 2011 में वह फिर छह महीने के लिये बाहर हो गए थे। एक इंटरव्यू में पुजारा ने कहा था कि चोट का उनके करियर पर काफी गहरा असर पड़ा। मैं पूरे साल नहीं खेल सका, जो मेरे लिये काफी कठिन था। पुजारा ने कहा जब आप चोटिल होते हो तो आपको दोबारा से लय में आने की जरूरत होती है। चोट मेरे करियर का सबसे मुश्किल समय था लेकिन अब मैं इससे बाहर निकल गया हूं और अपनी फिटनेस पर काम कर रहा हूं।बीबीए की पढ़ाई करके बने क्रिकेटरचेतेश्वर पुजारा उन चुनिंदा भारतीय क्रिकेटरों में शामिल हैं जो काफी पढ़े-लिखे माने जाते हैं। पुजारा ने बीबीए किया है मगर उनकी क्रिकेट में भी काफी रुचि थी और वह प्रोफेशनल क्रिकेटर बन गए।पुजारा सहित सिर्फ 5 भारतीय बल्लेबाज टेस्ट इतिहास में कर पाया ऐसासाढ़े चार घंटे बैटिंग करके पुजारा ने बनाए थे 50 रन

Posted By: Abhishek Kumar Tiwari