इंडियन प्रीमियर लीग के सातवें सीजन में भी वही हाल है जो अभी तक होता आया है. आईपीएल की टीमों में इंडियन प्लेयर्स को लेकर जरूर काफी मांग है पर पर 90% टीमें इंडियन कोच के बजाए टीम के लिए विदेशी कोच को ही प्रेफर करती हैं.


सात के मुकाबले एकइंडियन प्रीमियर लीग (आइपीएल)में वैसे तो हमेशा इंडियन प्लेयर्स पर टीमें दांव खेलती हैं, लेकिन जब बात कोच पर आती है तो टीमों को विदेशियों पर ज्यादा भरोसा होता है. 16 अप्रैल से यूएई में शुरू होने जा रहे आईपीएल के सातवें सीजन में इस बार 7 विदेशी कोचों के मुकाबले एक भारतीय कोच की चुनौती रहेगी.सिर्फ दो मैच खेले और बने कोच


आईपीएल की 8 टीमों में पूर्व भारतीय ऑलराउंडर संजय बांगर ही एकमात्र भारतीय कोच हैं जो किंग्स इलेवन पंजाब के साथ जुड़े हैं. वहीं और सभी टीमों ने विदेशी कोचों की चुना है. इस तरह 8 टीमों में 3 कोच न्यूजीलैंड के, 2--2 दक्षिण अफ्रीका और ऑस्ट्रेलिया तथा एक भारत का है. यह दिलचस्प है कि पंजाब के संजय बांगर सभी आठ कोचों में सबसे लो प्रोफाइल कोच हैं जबकि पैडी उप्टन ने अपने करियर में मात्र दो फसर्ट क्लास मैच खेले थे.किस टीम के कौन से देश का कोचमुंबई इंडियंस        न्यूजीलैंड के जॉन राइटचेन्नई सुपरकिंग्स    न्यूजीलैंड के स्टीफन फ्लेमिंगदिल्ली डेयरडेविल्स    गैरी कसर्टनकोलकाता नाइटराइडर्स    ऑस्ट्रेलिया के ट्रेवर बेलिस            राजस्थान रॉयल्स    दक्षिण अफ्रीका के पैडी उप्टनटरॉयल चैलेंजर्स बंगलोर    न्यूजीलैंड के डेनियल वेटोरीसनराइजर्स हैदराबाद    ऑस्ट्रेलिया के टॉम मूडी

किंग्स XI पंजाब    इंडिया के संजय बांगर    

Hindi news from Sports news desk, inextlive

Posted By: Subhesh Sharma