पूरी दुनिया में इस वक्‍त 'आइस बकेट चैलेंज' का जादू सिर चढ़कर बोल रहा है और अब इस कड़ी में क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले सचिन तेंदुलकर को भी बर्फीला पानी डालने का चैलेंज मिल गया. उन्‍हें यह चैलेंज इंडियन हॉकी टीम के कैप्‍टन सरदार सिंह ने दिया है.

सब हुये पानी-पानी
आपको बता दें कि आइस बकेट चैलेंज दिमागी बीमारी म्योट्रॉपिक लैटरल स्लेरॉसिस (ALS) के लिये जागरुकता फैलाने के मकसद से सरदार सिंह ने शुक्रवार को यह चैलेंज लिया और अपने सिर पर बर्फीला पानी डाला. इसके बाद उन्होंने सचिन को भी ऐसा करने की चुनौती दे डाली. गौरतलब है कि प्लेयर्स के अलावा अक्षय कुमार, बिपाशा बसु और सोनाक्षी सिन्हा सहित बॉलीवुड के कई सेलिब्रेटीज भी इस चैलेंज को स्वीकार कर अपने सिर पर पानी डाल चुके हैं.

अब सरदार सिंह ने दिया चैलेंज

इंडियन हॉकी टीम के कैप्टन ने मेजर ध्यानचंद नेशनल स्टेडियम में अपने सिर पर बर्फीला पानी डाला. सरदार को हॉलैंड हॉकी टीम के गोलकीपर जाप स्कोटमैन ने यह चैलेंज दिया था. इस चैलेंज को पूरा करने के बाद उन्होंने सचिन के अलावा बॉलीवुड एक्टर जॉन अब्राहम और हॉलैंड के पूर्व कैप्टन टेयून को ऐसा करने की चुनौती दे डाली. गौरतलब है कि अगर ये तीन लोग सरदार की चुनौती को पूरा करने में नाकाम रहते हैं, तो उन्हें ALS एसोसिएशन को दान देना होगा. सरदार के अलावा इंडियन पुरुष हॉकी टीम ने यह चुनौती स्वीकार की और इसे पूरा किया.
क्या है आइस बकेट चैलेंज
इस चैलेंज के तौर पर बर्फीले पानी से भरी एक बाल्टी को अपने सिर पर उड़ेलना होता है. खुद चैलेंज स्वीकार करने वाला शख्स 3 और लोगों को यह चैलेंज स्वीकार करने के लिये कह सकता है. इसे पूरा करने के लिये उसके पास 24 घंटे का वक्त होता है. यदि वह ऐसा करने में असफल होता है, तो उसे 'न्यूरोडिजेनेरेटिव डिसऑर्डर' से जूझ रहे लोगों की मदद कर रही किसी चैरिटी संस्था को कम से कम 100 अमेरिकी डॉलर यानी 6 हजार रुपये दान के रूप में देना होता है. दरअसल यह चैलेंज मस्तिष्क से जुड़ी बीमारी 'एमियोट्राफिक लेट्रल स्केलेरॉसिस के बारे में जागरुकता फैलाने के लिये शुरू किया गया था. इस बीमारी से हर 90 मिनट में एक अमेरिकी की मौत हो जाती है. यह बीमारी आम तौर पर 40 से 70 साल के लोगों को होती है.        

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Posted By: Abhishek Kumar Tiwari