- राजनीतिक जटिलताओं, अस्थिरता से निकल चुका है नेपाल

- विश्व को प्रेम, अहिंसा और शांति का संदेश देते महात्मा बुद्ध

GORAKHPUR: नेपाल अपनी राजनीतिक जटिलताओं से निकलकर डेवलमेंट की रफ्तार पकड़ रहा है। नेपाल में टूरिज्म इंडस्ट्री को बढ़ावा देने के लिए पर्यटन मंत्रालय सुरक्षा और शांति की गारंटी देगा। टूरिस्ट की मदद के लिए जल्द ही हेल्पलाइन नंबर शुरू किया जाएगा। हालांकि अभी नेपाल में आने वाले टूरिस्ट 100 नंबर पर कॉल करके गवर्नमेंट की मदद ले सकते हैं। इंडिया के पर्यटकों को लुभाने के लिए नेपाल के टूरिज्म स्पॉट्स की ब्रांडिंग की जाएगी। राजनीतिक जटिलताओं से निकलकर वह प्रगति की राह पर चल रहा है। यह कहना है नेपाल के प्रोविनेंस गवर्नमेंट-05 के इंडस्ट्री, टूरिज्म, फॉरेस्ट एंड इनवायरमेंट मिनिस्टर लीला गिरी का। लुंबिनी विजिट ईयर 2019-20 के तहत टूरिज्म प्रोमोशन के लिए भैरहवा पहुंचे मिनिस्टर ने दैनिक जागरण-आई नेक्स्ट के साथ विशेष बातचीत की। उन्होंने कहा कि विगत में नेपाल काफी अशांत था लेकिन अब परिस्थितियां बदली हैं। यह बताना जरूरी है कि नेपाल में आने वाले इंडियन टूरिस्ट को अब कोई प्रॉब्लम नहीं है।

लुंबिनी इंटरनेशनल एयरपोर्ट तैयार, जल्द मिलेंगी सुविधाएं

टूरिज्म मिनिस्टर ने कहा कि दुनिया के खूबसूरत देशों की फेरहिस्त में खास मुकाम का हिमालयन देश, नेपाल की समृद्धि पूरे व‌र्ल्ड में अनूठी है। पक्षियों की 848 प्रजातियों में आठ फीसदी, फूल वाले पौधों में दो फीसदी और पौधों की छह सौ प्रजातियां नेपाल में ही मिलती हैं। हिमालय की सुंरदता में जहां नेपाल निखरता है वहीं पूरे विश्व को प्रेम, अहिंसा और शांति का संदेश देने वाले महात्मा बुद्ध की जन्मस्थली लुंबिनी को कौन भूल सकता है। लीला गिरी ने कहा कि रोजाना टूरिस्ट की आवाजाही होती है। इनमें ज्यादातर इंडियन होते हैं। टूरिस्ट को पर्यटन स्थल के बारे में बताएंगे। पर्यटन में सबसे बड़ी बाधा डेवलमेंट की थी जिसे दूर किया जा रहा है। मनोरम स्थलों तक पहुंचने के लिए सड़कें बन रही हैं। लुंबिनी में इंटरनेशनल एयरपोर्ट अंडर कंस्ट्रक्शन है। नेपाल में पर्यटकों की तादाद बढ़ाने के लिए इंडिया में प्रचार-प्रसार किया जाएगा। हर आने वाले को बुनियादी सुविधा मिलेगी।

भारत के 70 साल, हमारे महज छह, दमदारी से होगा डेवलपमेंट

नेपाल की भारत से दोस्ती है। दोनों देशों की शांति और सुरक्षा में दखल ना हो तो यह नजदीकी दोनों के लिए फायदेमंद है। नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली और भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, दोनों की सोच अच्छी है। दोनों ही बहुत समझदारी से एक दूसरे को साथ लेकर आगे बढ़ रहे हैं। मंत्री ने कहा कि देश में जाली इंडियन करेंसी समस्याएं पैदा करते हैं। उससे निपटने के लिए हम इंडियन गवर्नमेंट और पब्लिक से विश्वास प्राप्त करना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि डेवलपमेंट में भारत को सात दशक लग गए। हम तो छह साल पहले ही आजाद हुए हैं। (उनका इशारा नेपाल में प्रजातंत्र की तरफ था)। पर्यटन और बुद्ध जन्मस्थली लुंबिनी की ब्रांडिंग को लेकर हमने कोशिश शुरू की है, कुछ साल में हम बहुत दमदारी से प्रगति करते दिखेंगे। नेपाल में पर्यटन काफी सस्ता है। बस भारत की नजरों में हमारा माहौल बदलने की जरूरत है।

Posted By: Inextlive