मासूमों पर बदलते मौसम का कहर
-चिल्ड्रेन हॉस्पिटल में पर-डे एडमिट हो रहे 40 से 50 बच्चे
-बोतल से दूध पीने वाले बच्चों को हो रहा जबर्दस्त डिहाइड्रेशन prayagraj@inext.co.in PRAYAGRAJ: बदलता मौसम बच्चों के लिए कहर साबित हो रहा है. फरवरी एंड से मार्च तक छोटे-छोटे बच्चे ब्रोंकोलाइटिस के शिकार हो रहे थे. वहीं अब ब्रोंकोलाइटिस-निमोनिया के साथ ही डिहाइड्रेशन का अटैक भी छोटे-छोटे बच्चों पर होने लगा है. इसकी वजह से चिल्ड्रेन हॉस्पिटल में एडमिट होने वाले बच्चों की संख्या बढ़ गई है. स्थिति ये है कि इमरजेंसी वार्ड में सभी बेड फुल चल रहे हैं. डाइट की करें पूरी निगरानीइस बदले हुए मौसम में छोटे-छोटे बच्चों के फूड हैबिट्स और डाइट का पूरा ध्यान रखें. कहीं ऐसा न हो कि आपका छोटा बच्चा ब्रोंकोलाइटिस, निमोनिया और डिहाइड्रेशन का शिकार हो जाए. गर्मी बढ़ने के साथ ही बच्चों में डिहाइड्रेशन की समस्या ज्यादा बढ़ रही है. मार्च में ब्रोंकोलाइटिस निमोनिया के पेशेंट्स ज्यादा था. वहीं अब अप्रैल में डिहाइड्रेशन के शिकार बच्चे चिल्ड्रेन हॉस्पिटल में अधिक पहुंच रहे हैं.
छोटे बच्चों को न पिलाएं बोतल से दूधअभी तक ये था छोटे-छोटे बच्चों में ब्रोंकोलाइटिस आ रहा था, ब्रोंकोलाइटिस निमोनिया चल रहा था. अब निमोनिया और डिहाइड्रेशन दोनों के शिकार बच्चे ज्यादा आ रहे हैं. डिहाइड्रेशन की मुख्य वजह एक साल या उससे कम उम्र के छोटे बच्चों को गाय व भैंस का दूध पिलाना है.
बच्चों को डिहाइड्रेशन से बचाना है तो करें ये उपाय.. -भीषण गर्मी में एक साल से कम उम्र के बच्चों को दूध पिलाना ही नहीं चाहिए -बोतल से तो बिल्कुल ही नहीं पिलाना चाहिए. -बोतल में लगे निप्पल में जमा दूध की वजह से इंफेक्शन फैल जाता है, -थोड़ी सी लापरवाही से बच्चा डिहाइड्रेशन और निमोनिया का शिकार हो जाता है. -इसलिए छोटे बच्चों के खान-पान पर ध्यान रखना बहुत जरूरी है. -फिलहाल जितने भी छोटे-बच्चे हॉस्पिटल में एडमिट हो रहे हैं, उनमें बोतल फीड वाले बच्चे अधिक हैं. ब्रोंकोलाइटिस और निमोनिया के लक्षण हैं एक बच्चों में ब्रोंकोलाइटिस या निमोनिया आदि बीमारियों में सामान्य रूप से एक जैसे ही लक्षण होते हैं. सर्दी, खांसी, छाती में घरघराहट, नाक बंद होना, बुखार आना, सांस की परेशानी, बीमारी बढ़ने पर पसलियां चलना, चिड़चिड़ापन, ठीक से न सो पाना व दूध का ठीक से न पी पाना आदि. वर्जनजब भी मौसम बदलता है, छोटे-छोटे बच्चों पर वायरस का अटैक सबसे पहले होता है. ठंड के मौसम में ब्रोंकोलाइटिस की दिक्कत थी. मौसम बदला तो निमोनिया बढ़ा, अब ब्रोंकोलाइटिस, निमोनिया और डिहाइड्रेशन की समस्या छोटे बच्चों में ज्यादा बढ़ रही है. इसलिए प्रत्येक माता-पिता को अपने छोटे बच्चों के फूड हैबिट्स का पूरा ध्यान रखना चाहिए.
-डा. अमित बाल रोग विशेषज्ञ चिल्ड्रेन हॉस्पिटल