फीरोजाबाद में दो सिपाहियों की हत्या

दो इंस्पेक्टर समेत कई पुलिसकर्मियों की पिटाई की

पुलिस जीप में तोड़फोड़, आग लगाने का प्रयास

पथराव में डीआइजी घायल, कई यात्री भी चोटिल

रामगढ़ थानाध्यक्ष और वरिष्ठ उपनिरीक्षक निलंबित

फीरोजाबाद : संडे नाइट बदमाशों ने पुलिस को खुल्ला चैलेंज देते हुए दो सिपाहियों का मर्डर कर दिया। खास बात ये है कि मरने से पहले एक घायल सिपाही ने अपने साथी के मर्डर की सूचना थाने पर दी। बावजूद इसके पुलिस देर से पहुंची। सुबह प्रभारी एसपी (एएसपी) के निलंबन और थानाध्यक्ष के खिलाफ मुकदमे की मांग को लेकर पब्लिक का गुस्सा हाईवे पर फूट पड़ा। भीड़ ने जाम लगाते हुए पुलिस पर पथराव कर दिया। पुलिस जीप तोड़फोड़ करते हुए फूंकने का प्रयास किया। सीओ, दो इंस्पेक्टर समेत कई पुलिसकर्मियों की पिटाई कर दी। पथराव में डीआइजी घायल हो गए। पुलिस ने उपद्रवियों पर लाठीचार्ज किया। घटना में रामगढ़ थानाध्यक्ष, वरिष्ठ उपनिरीक्षक को निलंबित कर दिया गया है।

घायल दिनेश ने किया था फोन

घटनाक्रम रविवार मध्यरात बाद करीब डेढ़ बजे का है। थाना रामगढ़ की चेतक मोबाइल पर तैनात सिपाही गिर्राज किशोर गुर्जर एवं दिनेश प्रताप सैलई रोड 60 फुटा रोड में व्यक्ति को लूटने की सूचना पर मौके पर पहुंचे। सिपाही बाइक से पहुंचे ही थे कि वहां पहले से मौजूद आधा दर्जन बदमाशों ने उन पर ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी। फायरिंग में 45 वर्षीय गिर्राज किशोर की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि दिनेश प्रताप गंभीर रूप से घायल हो गया। घायल दिनेश ने ही थाने फोन कर हमले की सूचना दी, लेकिन पुलिस काफी देरी से पहुंची।

आगरा ले जाने के दौरान मौत

घायल दिनेश को उपचार के लिए जिला अस्पताल लाया गया। आगरा रेफर कर दिया, लेकिन आगरा से पहले ही रास्ते में मौत हो गई। गिर्राज मूलत: आगरा के फतेहाबाद के गांव भलोखरा के निवासी हैं तो दिनेश मूलत: मैनपुरी के गांव नगला किर्री घिरोर का। आइजी एसके गुप्ता, डीआइजी विजय सिंह मीणा ने एसओ रामगढ़ अजय यादव एवं एसएसआइ मोहम्मद उमर फारुख को सस्पेंड कर दिया। सुबह आइजी, डीआइजी के अलावा डीएम विजय किरन आनंद जिला अस्पताल आ गए।

प्रभारी एसपी के निलंबन की मांग उठी

उनकी मांग थी कि प्रभारी एसपी (एएसपी) राकेश पांडे को निलंबित और एसओ रामगढ़ व एसएसआइ के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कराया जाए। ठोस कार्रवाई न होने पर पब्लिक का गुस्सा भड़क गया। बेकाबू भीड़ हाईवे पर आ गई और जाम लगाते हुए पुलिस पर हमला बोल दिया। वहां मौजूद सीओ शिकोहाबाद जगदीश सिंह, उत्तर कोतवाली के इंस्पेक्टर एसपी यादव, दक्षिण के इंस्पेक्टर सुरेंद्र सिंह, एसआइ दक्षिण जीसी तिवारी, सिपाही रामसेवक व अन्य पुलिसकर्मियों के साथ मारपीट कर दी। भीड़ ने पुलिस पर पथराव कर दिया, जिसमें डीआइजी विजय सिंह मीणा घायल हो गए।

पिता ने एसओ पर लगाया आरोप

पुलिस जीप में तोड़फोड़ कर दी और उसे फूंकने का प्रयास किया। पथराव में कई बसें क्षतिग्रस्त हो गई, जिसमें कई यात्री चोटिल हो गए। यह देख डीएम विजय किरन आनंद को लाठी उठानी पड़ी और सभी उपद्रवियों को खदेड़ दिया गया। वहीं मृतक सिपाही दिनेश प्रताप के पिता ईश्वर दयाल निवासी मैनपुरी ने एसपी को प्रार्थना पत्र देकर थानाध्यक्ष रामगढ़ अजय यादव व एसएसआइ मोहम्मद उमर फारुख के खिलाफ साजिश रचकर हत्या कराने का आरोप लगाते हुए तहरीर दी है।

दहशत में खाकी, फिर कौन सुरक्षित बाकी

दस माह में तीन सिपाहियों को सुलाया मौत की नींद

फीरोजाबाद : दस माह के अंतराल में बदमाशों ने तीन पुलिसकर्मियों को मौत की नींद सुला दिया। इससे पूर्व भी सिरसागंज में दो सिपाहियों को गोली मार दी गई थी, जिसमें एक की मौत हो गई थी। वहीं पुलिस पर जानलेवा हमला व पिटाई की कई वारदातें हो चुकी हैं।

फॉर योर इनफोरमेशन

23 दिसंबर, 2012 को थाना जसराना क्षेत्र अंतर्गत शराब तस्करों के समर्थकों ने दरोगा अशोक कुमार की मारपीट करते हुए सर्विस रिवाल्वर लूट ली थी। दो अगस्त, 2013 को सिरसागंज थाना क्षेत्र अंतर्गत सोथरा चौराहे पर सिपाही रमाकांत और अनिल को गोली मार दी गई थी। तीन अगस्त, 2013 में जसराना के निजामपुर में दबिश के देने गए सिपाही अशोक और संजय पर फायरिंग कर दी थी। 24 अप्रैल 2014 को भाजपा के धरना प्रदर्शन के दौरान हुए बवाल पर एक दरोगा समेत कई पुलिसकर्मियों की पिटाई कर दी गई थी। 25 मई 2014 को सपा नेता विनय यादव की हत्या के बाद गुस्साई भीड़ ने आगरा गेट चौकी प्रभारी राघवेंद्र समेत तीन पुलिस कर्मियों की पिटाई कर दी गई थी।

हाईवे पर दौड़ती बसों में पथराव से यात्रियों में फैली दहशत

फीरोजाबाद : दो सिपाहियों की हत्या बाद हुए बवाल से हाईवे पूरी तरह सहमा नजर आया। वाहनों पर हुए पथराव से यात्री बदहवास दौड़ते नजर आए। चालक वाहनों को पीछे वापस ले गए। जिला अस्पताल में आए मरीज और तीमारदार भी अनहोनी को लेकर सशंकित दिखाई दिए। हर एक चेहरे पर अनहोनी का खौफ साफ दिखाई दे रहा था। करीब एक घंटा तक चले इस उपद्रव से बाजार भी दहशत में आ गया। दुकानों के शटर धड़ाधड़ गिर गए। करीब एक दर्जन वाहन क्षतिग्रस्त हो गए। लाठीचार्ज कर आरएएफ द्वारा उपद्रवी खदेड़े जाने के बाद ही मामला शांत हो सका।

बवाल ने बढ़ा दिया मरीजों का दर्द

फीरोजाबाद : हाइवे पर बवाल चल रहा था। जाम लगा हुआ था। बाइक सवार भी दूर से ही भाग गए, ऐसे में अपनी बहू के साथ में उपचार के लिए अस्पताल आ रही महिला को रिक्शा चालक ने एसएन फीडर पर उतार दिया। वहां से वो बुजुर्ग महिला बड़ी मुश्किल से जिला अस्पताल तक पहुंच सकी। जो अस्पताल पहुंचे भी, उन्हें भी अस्पताल के गेट से इमरजेंसी तक असहाय परिजनों को गोद में लेकर जाना पड़ा। कई परिजन मरीजों को गोद में लेकर चिकित्सकों के पास में गए। वहीं कई वापस ही लौट गए। अमूमन जहां मंडे को ज्यादा मरीज नजर आते हैं, वहां पर अस्पताल में भीड़ एवं चौराहा पर हंगामे के चलते मंडे को औसत से कम मरीज दिखे।

Posted By: Inextlive