- नोट बदलने को शातिरों ने निकाला तोड़

- एक खास केमिकल से साफ कर देते हैं निशान

आगरा। बैंकों के बाहर लगी लाइन पर काबू पाने के लिए सरकार ने अंगुली पर स्याही लगाने का आदेश दिया। ऐसा इसलिए किया गया कि सरकार को आशंका थी कि मजदूरों को लाइन में लगा नोट बदलवाने का खेल चल रहा है। लेकिन, शातिरों ने इस स्याही का भी तोड़ निकाल लिया है। इसकी भनक लगने पर गुरुवार को आई नेक्स्ट टीम सिटी की कुछ बैंकों पर पड़ताल को पहुंची। इसमें सामने आया कि किस तरह बैंक के अंदर लगी स्याही किस तरह बाहर आकर केमिकल से साफ कर दी गई।

मजदूर खड़े कर दिए लाइन में

500-1000 के नोटबंदी के आदेशों के बाद बैंकों पर लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा। इस दौरान ब्लैकमनी को व्हाइट करने में कुछ फैक्ट्री संचालक लग गए। फैक्ट्री के मजदूरों को नोट बदलने के लिए रोज बैंक की लाइन में लगा दिया जाता था। आई नेक्स्ट ने गत दिनों इस संबंध में खबर प्रकाशित की थी। सरकार को भी इसकी भनक लगी, तो नोट बदलवाने गए व्यक्ति की अंगुली पर मतदान के दौरान लगने वाली स्याही लगाने के आदेश दिए गए।

निकाल लिया स्याही का तोड़

ब्लैक को व्हाइटमनी में लगे शातिरों ने इसका भी तोड़ निकाल लिया है। बैंक में नोट बदलकर निशान लगवाकर आने वाला व्यक्ति बाहर आते ही एक केमिकल से इसको साफ कर देता है। थाना छत्ता क्षेत्र में ऐसे ही खेल की पड़ताल करने आई नेक्स्ट टीम एक बैंक में पहुंची। यहां एक युवक बैंक से नोट बदलकर बाहर आता दिखा। उसके हाथ में कुछ नोट और अंगुली पर निशाना था। बाहर आते ही वह एक केमिकल को अंगुली पर लगाने लगा। टीम उसके पास पहुंची, तो वह जाने लगा। काफी प्रयास के बाद वह बात करने को तैयार हुआ। युवक ने बताया कि बैंक में नोट बदलकर बाहर आते ही वह इस केमिकल से अंगुली से निशान मिटा देता है। इसके चलते वह कई बैंक में नोट बदला चुका है।

मिटा दी स्याही

युवक की अंगुली पर अब तक निशान लगा था। टीम ने जब युवक से अंगुली से निशान मिटाकर दिखाने को कहा तो, वह पहले इंकार करने लगा। बाद में तैयार हो गया। उसने एक केमिकल अंगुली पर लगाया। रूई से उसे रगड़ा। स्याही का निशान कुछ हल्का हो गया। दूसरी बार करने पर स्याही का निशान अंगुली से एकदम साफ हो चुका था।

Posted By: Inextlive