- पक्षपात की पोल खुलने पर जारी किए रजिस्ट्रार ने निर्देश

- एमएससी केमिस्ट्री के स्टूडेंट्स की रैंडम सैंपलिंग का मामला

- कुछ की कराई तो कुछ की नहीं कराई गई रैंडम सैंपलिंग

Meerut : रैंडम सैंपलिंग के मामले पर यूनिवर्सिटी में खेल चल रहा है। मामले पर मनमाफिक रवैया अपना कर स्टूडेंट्स के साथ पक्षपात किया जा रहा है। स्टूडेंट्स के विरोध के बाद यूनिवर्सिटी हरकत में आया है। अब शेष कॉलेजों के स्टूडेंट्स की रैंडम सैंपलिंग कराने में जुटा है।

अब सभी की रैंडम सैंपलिंग

यूनिवर्सिटी पक्षपातपूर्ण रैवया अपनाने के बाद हुई किरकिरी को बचाने में लगा है। रैंडम सैंपलिंग के बाद शेष स्टूडेंट्स के फेल-पास होने से पर्दा उठेगा। ऐसी स्थिति में पहले रैंडम सैंपलिंग कराए जाने के बाद पास हो चुके स्टूडेंट्स का मामला भी अटक गया है, सभी के भविष्य का फैसला एक साथ होगा। जबकि यूनिवर्सिटी पहले ही अन्य कॉलेजों के स्टूडेंट्स की रैंडम सैंपलिंग एक साथ करा लेता तो परेशानी नहीं उठानी पड़ती। सभी स्टूडेंट्स के भविष्य का फैसला एक साथ हो जाता।

इसलिए भी जरूरी

रैंडम सैंपलिंग नहीं होने से नाराज स्टूडेंट्स ने रजिस्ट्रार, परीक्षा नियंत्रक, उप कुलसचिव परीक्षा से लेकर अन्य अधिकारियों को शिकायत की थी। इस दौरान स्टूडेंट्स का आरोप रहा कि यूनिवर्सिटी ने उनकी समस्या को गंभीरता से नहीं लिया है। कुछ स्टूडेंट्स की रैंडम सैंपलिंग कराई गई है और कुछ की नहीं कराई है, जबकि डिग्री पूरी करने की निर्धारित अवधि पूरी होने वाली है। साथ ही सेमेस्टर एग्जाम फॉर्म भरने की मई माह में औपचारिकताएं पूरी होनी है। ऐसे में परीक्षा फॉर्म भरने से भी वंचित हो जाएंगे। इससे स्टूडेंट्स का भविष्य बर्बाद हो जाएगा। स्टूडेंट्स ने जल्द रैंडम सैंपलिंग कराकर रिजल्ट जारी करने की मांग की थी। स्टूडेंट्स के विरोध के बाद रजिस्ट्रार ने शेष स्टूडेंट्स की रैंडम सैंपलिंग कराने के निर्देश दिए हैं।

इन कॉलेजों का है मामला

गौरतलब है कि आरएसएस पिलखुआ, डीएवी मुजफ्फरनगर, एसडी कॉलेज मुजफ्फरनगर, एनआरईसी कॉलेज खुर्जा, बीएमएलजी ग‌र्ल्स पीजी कॉलेज गाजियाबाद, श्यामलाल सरस्वती शिकारपुर, एलआर कॉलेज साहिबाबाद, आईपी डिग्री कॉलेज बुलंदशहर, डीएवी मुजफ्फरनगर सहित क्0-क्ख् कॉलेजों के सत्र ख्0क्ख्-क्फ् के एमएससी सेकंड सेमेस्टर ऑर्गेनिक केमिस्ट्री के एग्जाम कोड एच ख्008 तथा एग्जाम कोड एच ब्0क्फ् के कुछ स्टूडेंट्स की रैंडम सैंपलिंग कराई गई। रैंडम सैंपलिग के बाद स्टूडेंट्स के पास होने की पुष्टि हुई। यूनिवर्सिटी ने इन स्टूडेंट्स के भविष्य का फैसला एग्जाम समिति को रेफर किया था। ऐसे में जिन स्टूडेंट्स की रैंडम सैंपलिंग नहीं कराई गई उन्होंने यूनिवर्सिटी की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े करते हुए विरोध दर्ज कराया था।

कुछ स्टूडेंट्स ने रैंडम सैंपलिंग नहीं कराए जाने की बात कही थी। उनकी रैंडम सैंपलिंग कराई जा रही है। रैंडम सैंपलिंग के बाद ही स्टूडेंट्स के पास-फेल होने से पर्दा उठेगा।

- मनोज सिंह, रजिस्ट्रार, यूनिवर्सिटी

Posted By: Inextlive