विश्‍व क्रिकेट में सिर्फ भारतीय पुरुषों ने ही नहीं महिला खिलाड़ियों ने भी काफी नाम कमाया है। इंटरनेशनल वूमेंस डे पर आइए जानते हैं भारतीय महिला क्रिकेटरों की उन कामयाबियों के बारे में जहां तक पहुंचना नामुमकिन तो नहीं मगर मुश्‍किल जरूर है।


इन्हें कहा जाता है महिला क्रिकेटर्स की तेंदुलकरभारतीय महिला क्रिकेट टीम की कप्तान मिताली राज न जाने कितनी लड़कियों की इंस्पीरेशन हैं। 35 साल की हो चुकीं मिताली ने 17 साल की उम्र में अपना पहला अंतर्रराष्ट्रीय मैच खेला था। 20 साल के लंबे करियर में मिताली ने ढेरों रिकॉर्ड अपने नाम किए हैं। उन्हें महिला क्रिकेट का सचिन तेंदुलकर भी कहा जाता है। जिस तरह सचिन वनडे में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले पुरुष क्रिकेटर हैं, ठीक उसी तरह मिताली के नाम एकदिवसीय मैचों में सबसे ज्यादा रन बनाने का रिकॉर्ड दर्ज है। मिताली ने 189 वनडे खेले हैं जिसमें उन्होंने 50.88 की औसत से 6259 रन बनाए हैं। इस दौरान उनके बल्ले से 6 शतक और 49 अर्धशतक भी निकले। कैच लेने में सबसे आगे
झूलनी गोस्वामी ने सिर्फ गेंदबाजी ही नहीं फील्डिंग में भी खूब नाम कमाया है। लंबी कद-काठी की झूलन मैदान पर काफी फुर्ती से गेंद पकड़ती हैं। यही वजह है कि महिला विश्व क्रिकेट में उन्हें सबसे बेहतर फील्डर माना जाता है। झूलन के नाम वनडे में सर्वाधिक कैच पकड़ने का रिकॉर्ड दर्ज है। उन्होंने 166 मैच खेलकर 60 कैच पकड़े हैं।

Posted By: Abhishek Kumar Tiwari