- उपराष्ट्रपति बोले, गंगा के तट पर आकर महोत्सव का शुभारंभ करना गौरव

- निरोग रहने और बेहतर जीवन जीने की कला सिखाता है योग

>DEHRADUN: पहली मार्च से ऋषिकेश में शुरू हुए योग महोत्सव के तीसरे दिन उपराष्ट्रपति एम वैंकया नायडू, राज्यपाल डॉ। कृष्ण कांत पाल व सीएम त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने परमार्थ निकेतन में इंटरनेशनल योगा महोत्सव का शुभारंभ किया। इस मौके पर उपराष्ट्रपति एम वैंकया नायडू ने कहा कि उत्तराखंड की वायु, जल व मृदा में योग समाहित है। गंगा के तट पर आकर इस महोत्सव का शुभारंभ करना मेरे लिए गौरव का विषय है।

पीएम के प्रयासों से अब योग ले चुका वैश्रि्वक आंदोलन का रूप

उपराष्ट्रपति ने कहा कि परमार्थ निकेतन का योग महोत्सव अब सार्वभौमिक बन चुका है। योग महोत्सव स्वयं को बदलने का अवसर प्रदान कराता है। भारत ने विश्व को योग समर्पित किया है। योग का संबंध मनुष्य की आध्यात्मिक, भौतिक और भावनात्मक पृष्ठभूमि से है। योग का संबंध कनेक्टिविटी, कंट्रोल ऑफ माइंड और कन्संट्रेशन से है। उन्होंने कहा कि योग हमें निरोग रहने और बेहतर जीवन जीने की कला सिखाता है। हमारी दिनचर्या में योग का होना जरूरी है। योग के जरिए तमाम रोगों से मुक्ति मिलती है। शारीरिक और आध्यात्मिक शांति का एकमात्र मार्ग योग है। इस मौके पर राज्यपाल डॉ। केके पाल ने कहा कि योग प्रकृति के साथ सामंजस्य स्थापित कराता है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रयासों से योग अब वैश्रि्वक आंदोलन का रूप ले चुका है। योग से हम स्वस्थ तो रहते ही हैं, बल्कि यह हमें तनाव व अवसाद से भी दूर रखता है। राज्यपाल ने कहा कि योग का तात्पर्य है जोड़ना और ि1मलाना।

सुख, शांति व संतोष की शिक्षा लेकर जाएंगे साधक

सीएम त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने योग महोत्सव में प्रतिभाग करने वाले 94 देशों के लगभग 1500 योग साधकों का उत्तराखण्ड आगमन पर स्वागत किया। कहा, योग महोत्सव में विभिन्न देशों से आये योगी उत्तराखंड से सुख, शांति व संतोष की शिक्षा लेकर जाएंगे। योग की शक्ति के कारण ही दुनिया के विभिन्न देशों से लोग योग महोत्सव में एकत्रित हुए हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने योग पर विशेष बल दिया। जिसका परिणाम है कि 21 जून इंटरनेशनल योग दिवस के रूप में मनाया जा रहा है। इस मौके पर केंद्रीय राज्य पर्यटन मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) केजे अल्फोंस ने कहा कि योग से हम निरोग रह सकते हैं। योग एकता का संदेश देता है। स्वामी चिदानन्द सरस्वती ने कहा कि भक्ति और समर्पण का नाम ही योग है। कहा, इस पवित्र स्थान पर हमें वाई-फाई नहीं व्हाई आई (मैं क्यों)की जरूरत है। इस दौरान विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचन्द अग्रवाल, वन मंत्री हरक सिंह रावत, उच्च शिक्षा राज्य मंत्री डॉ। धन सिंह रावत, विधायक ऋतु खंडूडी आदि मौजूद रहे।

Posted By: Inextlive