-आई नेक्स्ट की खबर ने फिर दिखाया असर

-रेल अधिकारियों से पहले पहुंची लखनऊ की स्पेशल जांच टीम

-रेल कर्मचारियों व इंचार्ज से पूछताछ के बाद दर्ज किया बयान

ALLAHABAD: फाफामऊ स्टेशन पर टिकट बाबुओं और दलालों की मिलीभगत से चल रहे आरक्षण टिकट बुक कराने में खेल का खुलासा करने के बाद रेलवे ऑफिसर्स सक्रिय हो उठे हैं। थर्सडे को जांच के लिए लखनऊ से विशेष टीम यहां पहुंच गई। सूत्रों के मुताबिक दिल्ली से भी विजलेंस टीम का यहां दौरान तय हो गया है। लखनऊ से आई टीम ने प्रयाग और फाफामऊ स्टेशन पर टिकट आरक्षण संबधित एवं कई अन्य मामले से जुड़े कई अहम जानकारी रेल कर्मचारियों से हासिल किया।

कर्मचारी आ गए सकते में

लखनऊ से आई स्पेशल टीम थर्सडे को अचानक फाफामऊ और प्रयाग स्टेशन पर बने टिकट बुकिंग काउंटर पर पहुंची तो रेलकर्मियों के हाथ-पांव फूल गए। इतना भी मौका नहीं मिला कि दस्तावेजों में हेराफेरी करके सब कुछ दुरुस्त कर दें। टीम ने बुकिंग से जुड़े कर्मचारियों को अलग-अलग बुलाकर पूछताछ की जानकारियां बटोरीं। बता दें कि पिछले तीन दिनों से आई नेक्स्ट ने उक्त दोनों स्टेशनों से टिकट बुकिंग को लेकर चल रहे खेल को प्रमुखता से पब्लिश किया था। इसे ऑफिसर्स ने तत्काल नोटिस लिया और जांच के लिए स्पेशल टीम का गठन कर दिया। यही टीम थर्सडे को जांच के लिए पहुंची थी।

टिकट काउंटर के बाहर भी रही नजर

स्पेशल टीम के निशाने पर सिर्फ रेलवे के कर्मचारी नहीं थे। उन्होंने उन लोगों पर भी नजर रखी जो टिकट बुकिंग काउंटर के आसपास मंडरा रहे थे। टीम ने पहले स्टेशन पर और बाहर चल रही गतिविधियों का खुद आकलन किया फिर लोकल अधिकारियों से सम्पर्क कर जानकारी ली। इसके बाद टिकट, रिर्जेवेशन, पब्लिक कम्प्लेन समेत कई अन्य डाक्यूमेंट्स चेक किए। इससे पीआरएस कर्मचारियों के साथ कामर्शियल विभाग से जुड़े कर्मचारी और अधिकारी भी सन्नाटे में थे। यहां करीब दो घंटे चेकिंग के बाद टीम फाफमऊ स्टेशन के लिए रवाना हुई। यहां भी टीम ने महत्वपूर्ण जानकारियां जुटाई। टारगेट बुकिंग समय शुरू होने से पहले ही बुक होने वाले टिकट थे। इसका पूरा ब्यौरा टीम ने जुटाया।

क्या था मामला

बता दें कि फाफामऊ स्टेशन पर रेल अधिकारियों के निर्देश के बावजूद बाबू धड़ल्ले से आरक्षण टिकट बना रहे थे। नियमत: इस स्टेशन पर आरक्षण टिकट बुक करने का समय क्क् से एक बजे के बीच निर्धारित है। लेकिन, यहां का स्टॉफ ऑफिसर्स के आदेश को दरकिनार कर सुबह नौ बजे से ही टिकट बनाने में जुट जाता था। आई नेक्स्ट को ऐसे पीएनआर भी हाथ लगे थे जो पीआरएस टिकट के रूप में समय से पहले इन स्टेशनों से बने थे।

Posted By: Inextlive