- जिसने डिमांड पूरी की, उसके ढेर को कम दिखाया और जिसने नहीं की उसे अधिक दर्शाया

- सीएम तक पहुंचा मामला, कई प्रशासनिक अधिकरियों तक लगाए आरोप और मांगी जांच

FATEHPUR: मौरंग माफिया प्रशासन को हर स्थिति पर दगा देने से चूक नहीं रहे हैं। ये प्रशासन की कार्रवाई से पहले ही सजग हो जाते हैं। कई मामले ऐसे भी प्रकाश में आए है, जिनसे खनन विभाग के अधिकारियों की खूब बल्ले-बल्ले हो रही है।

सीएम तक पहुंचा मामला

यह मामला सीएम की चौखट तक पहुंच गया है। डीएम के निर्देश पर डंप मौरंग ढेरों की जांच पड़ताल की जा रही है। बताते हैं कि तीन अरब से अधिक की मौरंग डंप है। पहले चरण में तकरीबन 70 लाख कीमत की 25 हजार घनमीटर डंप मौरंग का कोई मालिकाना हक जताने नहीं आया। इस पर इन्हें सीज कर दिया है।

पकड़ा गया घालमेल

प्रशासनिक टीमों ने लाइसेंस धारकों के डंप में भी भारी मात्रा में घालमेल पकड़ा है। आठ लाइसेंस धारकों को नोटिस देकर रवन्ना व मात्रा से अधिक डंप मिलने का जवाब मांगा गया। इसके बावजूद माफियाओं ने डंप मौरंग मे 'खेल' कर करोड़ों की कमाई का रास्ता बना लिया है। बताते हैं कि बिना रवन्ना के दो अरब से अधिक की मौरंग डंप की गई है। पट्टाधारक ने एक लाइसेंस में चार से छह स्थानों में भारी मात्रा में मौरंग डंप कर ली है। सर्वाधिक ललौली रोड, बहुआ से दतौली पुल के बीच, गुरवल, संगोलीपुर गढ़ा में, जोनियां से जाफरगंज तक की गई है। बारिश शुरू होने के साथ मौरंग की कीमत डेढ़ गुना हो गई है।

सरकारी खजाने में जमा किया गया

तहसील स्तर पर गठित टीम ने खनन अधिकारियों के साथ ललौली व बहुआ रोड में 17 स्थानों में 29 हजार घनमीटर मौरंग के डंप सीज कर दिए है। खनन अधिकारी एके सेन ने कहा की डीएम के निर्देश पर सीज मौरंग की नीलामी करके धन सरकारी खजाने में जमा किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि लाइसेंस में भी अनुमति से कई गुना मौरंग डंप करने की शिकायत मिली है। टीम भेज कर उनकी मात्रा की जांच की जाएगी। मामले पर अधिवक्ता दुर्गादीन मिश्र का कहना था कि खनन विभाग ने डंप मौरंग ढेर के लाइसेंस में खेल किया गया है।

डिमांड पूरी करने वालों को राहत

आरोप लगाए कि जिसने उनकी डिमांड पूरी कर दी है। उसके ढेरों की जांच अधिक मौरंग को कम दिखाया गया है और जिसने उनकी डिमांड पूरी नहीं की उसके कम मौरंग के अधिक दिखाकर सीज कर दिया और जर्माना कर दिया। इन्होंने सीएम को शिकायतों पर पु¨लदा भेजा है, जिसमें खनन विभाग को कटघरें में खड़ा किया है। इन्होंने हाईकोर्ट में भी वाद किया है।

19 लोगों के नाम जारी हुए लाइसेंस

जन सूचनाधिकार के तहत अपीलकर्ता को जिला प्रशासन ने दिए जवाब में 19 लोगों को मौरंग डंप करने के लाइसेंस जारी करने की पुष्टि की। इनमें कई चेहरे मौरंग माफियों के समर्थकों के है।

Posted By: Inextlive